अभिधा शब्द शक्ति किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण | Abhidha Shabd Shakti

इस आर्टिकल में हम अभिधा शब्द शक्ति किसे कहते हैं के भेद/प्रकार और उनके प्रकारों को उदाहरण के माध्यम से पढ़ेंगे।इस टॉपिक से सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।  हम यहां पर अभिधा शब्द शक्ति के सभी भेदों/प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेके आए है। Hindi में अभिधा शब्द शक्ति से संबंधित बहुत सारे प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं और राज्य एवं केंद्र स्तरीय बोर्ड की सभी परीक्षाओं में यहां से questions पूछे जाते है। अभिधा शब्द शक्ति इन हिंदी के बारे में उदाहरणों सहित इस पोस्ट में सम्पूर्ण जानकारी दी गई है।  तो चलिए शुरू करते है –

अभिधा शब्द शक्ति की परिभाषा | Abhidha Shabd Shakti Ki Paribhasha

” अभिधा को ‘ शब्द की प्रथमा शक्ति ‘ भी कहा जाता है । ” 
परिभाषा  –  अभिधा का अर्थ है –  नाम , अतः वक्ता द्वारा बोले गये शब्द के साधारण एवं व्यवहारिक अर्थ को धारण करने वाली शक्ति को ‘ अभिधा शक्ति ‘ कहा जाता है । 

अभिधा शब्द शक्ति किसे कहते है ? Abhidha Shabd Shakti Kise Kahate Hain

किसी शब्द के मुख्यार्थ का, वाच्यार्थ का , संकेतित अर्थ का या अभिधेय अर्थ का बोध कराने वाली शक्ति , अभिधा शब्द शक्ति कहलाती है । 

 ” अनेकार्थक हू सबद में , एक अर्थ की भक्ति । 
तिहि वाच्यारथ को कहे , सज्जन अभिधा शक्ति ॥ ” 

आचार्य मम्मट के अनुसार –  

” स मुख्योडर्थस्तत्र मुख्यो 
व्यापारोडस्याभिधोच्यते । । ” 
अर्थात ” साक्षात संकेतिता ( गुण , जाति, द्रव्य तथा क्रियावाचक  ) अर्थ जिसे मुख्य अर्थ कहा जाता है , उसका बोध कराने वाले व्यापार को अभिधा व्यापार या अभिधा शब्द शक्ति कहा जाता है । ” 

अभिधा शब्द शक्ति के उदाहरण | Abhidha Shabd Shakti Ke Udaharan

हरि पुस्तक पढ़ रहा है । 
खेत में गाय चर रही है । 
उसके हार के मोती किमती है । 
गाय दुध देती है । 
राम एक शरारती बच्चा है । 

अभिधा शब्द शक्ति के भेद/प्रकार | abhidha shabd shakti ke bhed

अभिधा शक्ति के द्वारा तीन प्रकार के शब्दों का अर्थ बोध होता है – 
1.  रूढ़ शब्द 
2. यौगिक शब्द 
3. योगरूढ़ शब्द 

रूढ़ शब्द की परिभाषा

1. रूढ़ शब्द  – वे शब्द जिनके खंड न हो , सम्पूर्ण शब्दों का एक ही अर्थ प्रकट हो , उन्हें रूढ़ शब्द कहा जाता है । ये शब्द जातिवाचक होते है । 
जैसे  –  लता , नदी , पर्वत , तोता , कबूतर , बालक , हाथी , बंदर , घोड़ा  आदि । 

यौगिक शब्द की परिभाषा

2. यौगिक शब्द  – वे शब्द जिनका अर्थ बोध अवयवों ( प्रकृति और प्रत्ययों ) की शक्ति के द्वारा होता है , यौगिक शब्द कहलाते है ।
अर्थात जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बने होते है तथा जिनके प्रत्येक खण्ड का कोई अर्थ होता है , यौगिक शब्द कहलाते है । 
जैसे  – देशवासी , प्रभाकर , दिवाकर , सुधांशु , पाठशाला , डाकघर आदि ।  

योगरूढ़ शब्द की परिभाषा

3. योगरूढ़ शब्द  –  ये शब्द ” रूढ़ और यौगिक ” दोनों शब्दों से मिलकर बने होते है । सामान्यतः ये शब्द यौगिक होते है परंतु एक विशेष अर्थ के लिए रूढ़ हो जाते है , योगरूढ़ शब्द कहलाते है । 
अर्थात जब यौगिक शब्द अपने सामान्य अर्थ को छोड़ विशेष अर्थ बताने लगें , तो वे ” योगरूढ़ शब्द ” कहलाते है ।
जैसे  –  लम्बोदर  ( गणेश भगवान ) 
पंकज ( कमल )     
उपर्युक्त वाक्यों में ” लम्बोदर ” दो शब्दों ‘ लम्बा + उदर ” से मिलकर बना है तथा इसके लिये रूढ़ शब्द ” गणेश ” हो जाएगा , जो एक अलग अर्थ प्रकट कर रहा है , अतः यह एक योगरूढ़ शब्द है । 
इसी प्रकार ” पंकज ”  शब्द  ” पंक ( किचड़ ) और ज ( उत्पन्न ) से मिलकर बना है तथा इसके लिए रूढ़ शब्द ” कमल ” हो जाएगा , इस प्रकार यह योगरूढ़ शब्द है । 

अन्य उदाहरण – दशानन , घनश्याम , जलज , चतुर्भुज , वारिज आदि । 

अभिधा शब्द शक्ति का महत्व  –  

✦ ” अभिधा ” शब्द शक्ति की प्रथम शक्ति है , जो शब्दों के शब्दकोशीय अर्थ का बोध कराती है । इसमें शब्द का सामान्य अर्थ में प्रयोग किया जाता है , यह शब्द के सांकेतित अर्थ को प्रकट करती है । 

✦ कवि ” देव ” ने अभिधा शक्ति को उतम काव्य कहा है , उन्होनें शब्द शक्ति के लिए एक वाक्य दिया है – 
” अभिधा उतम काव्य है , मध्य लक्षणा लीन ।
अधम व्यंजना रस कुटिल , उलटी कहत कवीन । । ” 

दोस्तो हमने इस आर्टिकल में Abhidha Shabd Shakti in Hindi के साथ – साथ Abhidha Shabd Shakti kise kahate hain,Abhidha Shabd Shakti ke bhed के बारे में पढ़ा। हमे उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। आपको यहां Hindi Grammar के सभी टॉपिक उपलब्ध करवाए गए। जिनको पढ़कर आप हिंदी में अच्छी पकड़ बना सकते है।

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