अकर्मक क्रिया : परिभाषा, भेद और उदाहरण– इस आर्टिकल में हम कर्मक क्रिया किसे कहते हैं, अकर्मक क्रिया के भेद/प्रकार और उनके प्रकारों को उदाहरण के माध्यम से पढ़ेंगे ।इस टॉपिक से सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है। हम यहां पर अकर्मक क्रिया के सभी भेदों/प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेके आए है। Hindi में अकर्मक क्रिया से संबंधित बहुत सारे प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं और राज्य एवं केंद्र स्तरीय बोर्ड की सभी परीक्षाओं में यहां से questions पूछे जाते है। अकर्मक क्रिया इन हिंदी के बारे में उदाहरणों सहित इस पोस्ट में सम्पूर्ण जानकारी दी गई है। तो चलिए शुरू करते है –
अकर्मक क्रिया की परिभाषा | Akarmak Kriya Ki Paribhasha
अकर्मक क्रिया – जिस क्रिया के द्वारा कार्य का फल सीधा कर्ता पर पड़ता है ,वह अकर्मक क्रिया कहलाती है। अर्थात जब किसी वाक्य में कर्म के नहीं होने पर भी कर्ता और क्रिया से ही वाक्य का भावार्थ स्पष्ट हो जाता है तो वह अकर्मक क्रिया कहलाती है।
अकर्मक क्रिया किसे कहते है? Akarmak Kriya Kise kahate hain
अकर्मक क्रिया की परिभाषा – अकर्मक क्रिया का मतलब होता है कर्म के बिना। जिन क्रियाओं को कर्म की आवश्यकता नहीं पड़ती या जो क्रिया प्रश्न पूछन पर कई उत्तर नहीं देते उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं।
जैसे:-
कूदना, सोना, तैरना, ठहरना,मरना, जीना, बरसाना, खेलना, चमकना,जगाना एम बैठना आदि।
अकर्मक क्रिया के उदाहरण | Akarmak Kriya Ke Udaharan
✦ वे कूदते है।
✦ पक्षी उड़ रहे है।
✦ चूहे उछल रहे है।
✦ राधा दर गई है।
✦ रेलगाड़ी चलती है।
✦ कविता हंसती है।
✦ सीमा नाचती है।
✦ बच्चा हँसता है।
✦ राम सोता है।
✦ घोड़ा दौड़ता है।
✦ चोर भाग रहा है।
उपर्युक्त वाक्यों में कर्म का प्रयोग नहीं हुआ है फिर भी वाक्य का पूर्ण भाव स्पष्ट हो रहा है, अतः इन वाक्यों में प्रयुक्त सभी क्रियाएं अकर्मक है।
क्रिया के अकर्मक एवं सकर्मक रूप की पहचान करना –
क्रिया के अकर्मक एवं सकर्मक रूप की पहचान करने के लिए वाक्य के क्रिया रूप से पहले ‘क्या’ शब्द लिखकर प्रश्न करने पर यदि वहाँ ‘क्या’ कोई उत्तर दिया जा सकता है तो क्रिया हमेशा ‘सकर्मक’ मानी जाती है तथा यदि ‘क्या’ का कोई भी उतर नहीं दिया जाता है तो वहाँ ‘अकर्मक क्रिया’ मानी जाती है।
सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया में अंतर:-
सकर्मक क्रिया | अकर्मक क्रिया |
इस क्रिया में कर्ता, क्रिया और कर्म तिनो उपस्थित होते हैं। | इस क्रिया में कर्ता और क्रिया तो होते हैं, लेकिन कर्म नहीं होता है। |
इसमें कर्ता द्वारा किए गये कार्य से कोई दूसरी चीज प्रभावित होती हैं। | इसमें कर्ता द्वारा किये गए कार्य से किसी चीज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। |
उदाहरण- राहुल क्रिकेट खेलता है | संजय पड़ता है। |
अकर्मक क्रिया के उदाहरण | Akarmak Kriya Ke Udaharan
- रमेश दौड़ता है।
- सांप रेंगता है।
- रीना हंसती है।
- पंकज स्कूल जाता है।
- सुरेश सुबह जल्दी उठता है।
- वंदना रोज स्नान करती है।
- शक्तिमान उड़ता है।
अकर्मक क्रिया के 10 उदाहरण | Akarmak Kriya Ke 10 Udaharan
- बच्चा रो रहा था।
- मैं पेरिस में एक बड़ी फर्म के लिए काम करता हूं।
- वे बेकाबू होकर हंस पड़े।
- हमने घंटों बात की।
- वे कूद गए।
- कुत्ता दौड़ा।
- उसने गाया।
- एक रोशनी चमक रही थी।
- मेरा कुत्ता भाग गया
- नदियाँ बहती हैं।
दोस्तो हमने इस आर्टिकल में Akarmak Kriya i in Hindi के साथ – साथ Akarmak Kriya kise kahate hain, Akarmak Kriya ke bhed के बारे में पढ़ा। हमे उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। आपको यहां Hindi Grammar के सभी टॉपिक उपलब्ध करवाए गए। जिनको पढ़कर आप हिंदी में अच्छी पकड़ बना सकते है।