अवतरण चिह्न/उद्धरण चिन्ह किसे कहते है? परिभाषा, भेद और उदाहरण – Avtaran Chinh in Hindi

अवतरण चिह्न या उद्धरण चिन्ह: परिभाषा, भेद और उदाहरण| Avtaran Chinh – हिंदी भाषा हमारी मातृभाषा है। हिंदी भाषा को लिखते हुए हम बहुत सारे चिन्हों का प्रयोग करते हैं जैसे:- पूर्ण विराम चिन्ह, अवतरण चिन्ह, अल्प विराम चिन्ह विराम आदि। इस लेख हम अवतरण चिन्ह किसे कहते है। अवतरण चिन्ह के प्रयोग एवं अवतरण चिन्ह के उदाहरण के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं। तो इस लेख की मदद से, आप आज इस विषय को बेहतर तरीके से जान पाएंगे। तो चलिए लेख शुरू करते हैं –
अवतरण चिह्न/उद्धरण चिन्ह किसे कहते है?
उद्धरण चिह्न ” ( Inverted Commas ) की परिभाषा – इसे ‘अवतरण चिह्न‘ भी कहा जाता है। जब किसी व्यक्ति की बात या कथन को उसी के शब्दों में लिखना होता है तब इस चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
हिंदी में चिन्ह के अन्य नाम भी प्रचलित है। जैसे – उल्टा विराम, युगल-पाश, आदि।
उद्धरण चिह्न दो प्रकार के होते हैं।
( अ ) इकहरा अवतरण चिह्न ( ‘ ‘ )
( ब ) दोहरा अततरण चिह्न ( ” ” )
इकहरा अवतरण चिहन ( ‘ ) –इस चिह्न का प्रयोग कवि या लेखक के उपनाम में , पुस्तकों , समाचार पत्रों , पत्रिकाओं के नामों में और सूक्तियों या कहावतों में किया जाता है ;
अथवा
जब किसी कवि का उपनाम ,पुस्तक का नाम ,पत्र- पत्रिका का नाम ,लेख या कविता का शीर्षक आदि का उल्लेख हों-
जैसे –
वाल्मीकि ने ‘ रामायण ‘ की रचना की ।
‘ सत्य की विजय देरी में होती है । ‘
दोहरा अवतरण चिहन ( ” ” ) –इस चिह्न का प्रयोग किसी के कहे हुए कथनों को ज्यों – का – त्यों रखने के लिए किया जाता है । जैसे:- सुभाषचंद्र बोस ने कहा- “ तुम मुझे खून दो , मैं तुम्हें आजादी दूंगा । “
गांधी जी ने कहा— “ सत्य ही ईश्वर है । ”
अवतरण चिन्ह के उदहारण (Avtaran Chinh Ke Udaharan)
अवतरण चिन्ह का प्रयोग निम्नलिखित प्रकार से किया जाता है।
जब किसी पुस्तक या लेखक की उक्ति को ज्यों-का-त्यों उद्धृत करना हो।
जैसे –
✦ राम ने कहा, “मैं पढ़ रहा हूँ“
✦ महावीर ने कहा , “अहिंसा परमो धर्म:“।
किसी महत्त्वपूर्ण सूक्ति या किसी महान् व्यक्ति के कथन में।
जैसे –
✦ “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।” – सुभाषचन्द्र बोस।
पुस्तक का नाम, किसी व्यक्ति का उपनाम, गद्य या पद्य के शीर्षक आदि लिखते समय इस चिह्न का प्रयोग करें।
जैसे –
✦ रामचरितमानस’ एक धार्मिक पुस्तक ही नहीं, महाकाव्य भी है। ‘दिनकर’ राष्ट्रकवि थे।
अवतरण चिह्न के वाक्य | Avtaran Chinh Ke Vakya
✦ जयशंकर ‘प्रसाद’ ने ‘कामायनी’ में कहा है कि “नारी तुम केवल श्रद्धा हो।”
✦ “पराधीन सपनेहु सुख नाही।”
✦ “रघुकुल रीति सदा चली आई।
✦ प्राणण जाय पर वचन न जाई॥”
✦ “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा।”
✦ “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।” – सुभाषचन्द्र बोस
Frequently Asked Questions (FAQ)
Q.1 उद्धरण चिह्न कितने प्रकार के होते हैं?
Ans उद्धरण चिह्न दो प्रकार के होते हैं।
( अ ) इकहरा अवतरण चिह्न ( ‘ ‘ )
( ब ) दोहरा अततरण चिह्न ( ” ” )
Q.2 उद्धरण चिह्नों का उपयोग क्या है?
Ans जब किसी कथन को ज्यों का त्यों लिखा जाता है तो उस कथन के दोनों ओर इसका प्रयोग किया जाता है,इसलिए इसे उद्धरण चिन्ह या उपविराम भी कहते है। अवतरण चिन्ह दो प्रकार के होते है –