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Hindi Grammar

शब्द शक्ति

परिभाषा – शब्द के अंदर छुपे अर्थ को प्रकट करने वाले व्यापर को शब्द शक्ति कहते है।  शब्द शक्ति के कारण ही प्रत्येक शब्द में वक्त के वास्तविक… Read More »शब्द शक्ति

सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया

1. सकर्मक क्रिया – सकर्मक का अर्थ है – ‘कर्म के साथ ‘ अर्थात जब किसी वाक्य में कर्म के साथ क्रिया का प्रयोग होता है।… Read More »सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया

वाच्य किसे कहते हैं- परिभाषा, अर्थ, भेद/प्रकार और उदाहरण Voice in Hindi

वाच्य का शाब्दिक अर्थ है – ” जो कहा जाने को हो अथवा जो बोलने योग्य हो। “ परिभाषा – क्रिया का वह प्रयोग जिसके द्वारा क्रिया-… Read More »वाच्य किसे कहते हैं- परिभाषा, अर्थ, भेद/प्रकार और उदाहरण Voice in Hindi

विस्मयादिबोधक और निपात (Interjection and Nipat)

परिभाषा – वे शब्द जो हर्ष ,शोक, घृणा , विस्मय, लज्जा , आश्चर्य,चेतावनी  आदि भावो को प्रकट करते है , विस्मयादिबोधक अव्यय कहलाते है।  अर्थात “ वे शब्द जो… Read More »विस्मयादिबोधक और निपात (Interjection and Nipat)

संबंधबोधक (Post position)

परिभाषा –  वे अविकार शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम का सम्बन्ध वाक्य के अन्य शब्दों के साथ बताते है , “सम्बन्धबोधक ” कहलाते है।  जैसे-► पिता जी राजू… Read More »संबंधबोधक (Post position)

समुच्चयबोधक (Conjunction)

समुच्चयबोधक भी एक अविकारी शब्द है। समुच्चयबोधक को ‘योजक ‘ भी कहा जाता है। योजक शब्द का अर्थ होता है – जोड़ने वाला। “अर्थात समुच्चयबोधक अव्यय शब्दों ,… Read More »समुच्चयबोधक (Conjunction)

वचन ( Number)

 परिभाषा – शब्द का वाह रूप जिससे  उसके एक या अनेक होने का बोध होता है , उसे वचन कहते है।   जैसे – ► राम स्नान कर रहा है।►… Read More »वचन ( Number)

काल (Tense)

काल का अर्थ होता है –  “समय “ परिभाषा –  क्रिया के घटित होने वाले समय को ‘काल’ कहा जाता है।  काल के विषय  में जानकारी के लिए निम्न… Read More »काल (Tense)

धातु की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

धातु की परिभाषा- क्रिया का मूल रूप धातु कहलाता है। धातु  के साथ प्रत्यय लगाकर अन्य क्रिया शब्द बनते हैं। अर्थात जिन मूल अक्षरों से क्रियाएं बनती हैं… Read More »धातु की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण