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Visarg Sandhi : विसर्ग संधि – परिभाषा, नियम और उदाहरण

विसर्ग संधि – विसर्ग ( : ) के साथ स्वर या व्यंजन के मिलने से जो परिवर्तन होता है, उसे ‘ विसर्ग संधि ‘ कहते हैं । विसर्ग संधि के उदाहरण : Visarg Sandhi Ke Udaharan ✦ निः + भर = निर्भर✦ निः + ठुर = निष्ठुर✦ धनुः + टंकार = धनुष्टंकार✦ मनः + ताप…

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Vyanjan Sandhi : व्यंजन संधि – परिभाषा, नियम और उदाहरण

व्यंजन संधि की परिभाषा – व्यंजन में किसी व्यंजन या स्वर के मिलने से जो परिवर्तन होता है, उसे व्यंजन संधि ‘ कहते हैं ; व्यंजन संधि के उदाहरण | Vyanjan Sandhi Ke Udaharan ( क ) अनुस्वार का म हो जाता है। उदाहरण ( ख ) यदि विभिन्न वर्गों के पहले व्यंजन के बाद…

भक्ति रस के उदाहरण | Bhakti Ras Ke Udaharan
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भक्ति रस के उदाहरण | Bhakti Ras Ke Udaharan

भक्ति रस:- भक्ति रस का विषय आराध्य प्रभु के प्रति अनुरक्त का भाव होता है। इनमें आलंबन इष्टदेव या इष्ट देवी होती हैं।भरतमुनि से पण्डितराज जगन्नाथ तक संस्कृत के किसी प्रमुख काव्य-आचार्य ने ‘भक्ति रस’ को रसशास्त्र के अन्तर्गत मान्यता प्रदान नहीं की है। भक्ति रस के उदाहरण | Bhakti Ras Ke Udaharan मेरे तो गिरधर…

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Bhakti Ras – भक्ति रस की परिभाषा, भेद और उदाहरण – भक्ति रस

भक्ति रस : परिभाषा, भेद और उदाहरण – इस आर्टिकल में हम भक्ति रस किसे कहते हैं, भक्ति रस के भेद/प्रकार और उनके प्रकारों को उदाहरण के माध्यम से पढ़ेंगे।  इस टॉपिक से सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।  हम यहां पर भक्ति रस के सभी भेदों/प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेके आए है। Hindi में…

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वात्सल्य रस के उदाहरण | Vatsalya Ras Ke Udaharan

वात्सल्य रस:- वत्सल रस का विषय पुत्र,पुत्री,अनुज,शिष्य आदि के प्रति प्रेम होता है। छोटे बालक – बालिकाओं की मधुर चेष्टा उनकी बोली के प्रति माता-पिता की ममता एवं से वत्सल रस की उत्पत्ति होती है। वात्सल्य रस के उदाहरण | Vatsalya Ras Ke Udaharan बाल दशा मुख निरखि यशोदापुनि-पुनि नंद बलावती।अँचरा तक लैं ढाँकिसूर के प्रभु…

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Vatsalya Ras – वात्सल्य रस की परिभाषा और उदाहरण – वात्सल्य रस

वात्सल्य रस की परिभाषा | Vatsalya Ras ki Paribhasha वात्सल्य रस:- वत्सल रस का विषय पुत्र,पुत्री,अनुज,शिष्य आदि के प्रति प्रेम होता है। छोटे बालक – बालिकाओं की मधुर चेष्टा उनकी बोली के प्रति माता-पिता की ममता एवं से वत्सल रस की उत्पत्ति होती है।अथवा माता-पिता का अपने पुत्र, आदि पर जो नैसर्गिक स्नेह होता है, उसे…

वीभत्स रस के उदाहरण | Vibhats Ras Ke Udaharan
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वीभत्स रस के उदाहरण | Vibhats Ras Ke Udaharan

वीभत्स रस:- वीभत्स रस का विषय जुगुप्सा या ग्लानि होता है। घृणा उत्पन्न करने वाली वस्तुओं को देखकर सुनकर मन में उत्पन्न होने वाले भाव वीभत्स रस को उत्पन्न करता है। वीभत्स रस के उदाहरण | Vibhats Ras Ke Udaharan

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Vibhats Ras : वीभत्स रस – परिभाषा, भेद और उदाहरण | Vibhats Ras ki Paribhasha

वीभत्स रस की परिभाषा | Vibhats Ras ki Paribhasha वीभत्स रस:- वीभत्स रस का विषय जुगुप्सा या ग्लानि होता है। घृणा उत्पन्न करने वाली वस्तुओं को देखकर सुनकर मन में उत्पन्न होने वाले भाव वीभत्स रस को उत्पन्न करता है। वीभत्स रस के अवयव | Vibhats Ras ke Avayav स्थाई भाव जुगुप्सा/घृणा/ग्लानि आलंबन (विभाव) जिसको देखकर…

शांत रस के उदाहरण | Shant Ras ke Udaharan
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शांत रस के उदाहरण | Shant Ras ke Udaharan

शांत रस:- शांत रस का विषय निर्वेद अथवा वैराग्य होता है। संसार की दुखमयता,अनित्यता आदि देखकर कर सांसारिक की वस्तुओं से वैराग्य जागृत होता है। शांत रस की कविता में ऐसे वैराग्य की व्यंजना होते हैं। भक्ति की रचना भी प्राय: शांत रस में ही सम्मिलित की जाती हैं। शांत रस के उदाहरण | Shant Ras…

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Shant Ras – शांत रस – परिभाषा भेद और उदाहरण | Shant Ras ki Paribhasha

इस आर्टिकल में हम शांत रस किसे कहते हैं, शांत रस के भेद/प्रकार और उनके प्रकारों को उदाहरण के माध्यम से पढ़ेंगे।  इस टॉपिक से सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।  हम यहां पर शांत रस के सभी भेदों/प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेके आए है। Hindi में Shant Ras से संबंधित बहुत सारे प्रश्न…