Dvigu Samas | द्विगु समास की परिभाषा, भेद और इसके उदाहरण | द्विगु समास

Dvigu Samas in Hindi – इस आर्टिकल में हम द्विगु समास किसे कहते हैं, द्विगु समास के भेद प्रकार और उनके भेदों को उदाहरण के माध्यम से पढ़ेंगे।  इस टॉपिक से सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।  हम यहां पर द्विगु समास के सभी भेदों/प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेके आए है। hindi में द्विगु समास से संबंधित बहुत सारे प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं और राज्य एवं केंद्र स्तरीय बोर्ड की सभी परीक्षाओं में यहां से questions पूछे जाते है।  Dvigu Samas in Hindi के बारे में उदाहरणों सहित इस पोस्ट में सम्पूर्ण जानकारी दी गई है।  तो चलिए शुरू करते है –

द्विगु समास किसे कहते हैं | Dvigu Samas Kise Kahte Hain

द्विगु समास की परिभाषा – यह समास कर्मधारय समास का ही उपभेद मन जाता है क्योंकि इसमें भी पहला पद विशेषण ही होता है यद्यपि समास में पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता ही है साथ ही पूरा समास समाहार का बोध करता है।  इस समास में समास विग्रह करते समय एक से अधिक संख्या के योग में समूह / समाहार शब्द का प्रयोग होता है। 

द्विगु समास के उदाहरण (Dvigu Samas Examples in Hindi)

  • त्रिरात्र  – तीन रातों का समूह 
  • दशाब्दी – दस वर्षो का समूह 
  • चतुष्पदी – चार पदों का समूह
  • त्रिलोकी  – तीन लोको का समूह 
  • नवरात्र – नौ रातों का समूह (द्विगु समास )
  • त्रिकाल – तीन कालो का समूह
  • पुरुषोत्तम – पुरुषों में है जो उत्तम ( कर्मधारय समास )
  • मुनिवर – मुनियो में है श्रेष्ठ जो
  • शताब्दी – सौ अब्दों (वर्षों ) का समूह 
  • नवग्रह – नौ ग्रहों का समूह 
  • द्विगु – दो गौओं का समूह 
  • सतसई – सात सौ पदों का समूह 
  • नवरत्न -नौ रत्नों का समूह 
  • अठन्नी – आठ आनों का समूह 
  • एकांकी – एक अंक का 

द्विगु समास के उदाहरण (Dvigu Samas Ke Udaharan)

  • त्रिवेणी – तीन वेणियों का समूह 
  • सप्तर्षि – सात ऋषियों का समूह 
  • नौ गाँव – नौ गाँवों का समूह 
  • हटवाड़ा – आठ वारों का समूह 
  • त्रिपिटिक – तीन पिटकों का समूह 
  • त्रिवेद – तीन वेदों का समूह 
  • अठमासा – आठ महीनों का समूह 
  • चतुरंगणी – चार अंगो का समाहार 
  • चौमहल – चार महलों का समूह 
  • छत्तीसगढ़ – छतीस गढ़ों का समूह 
  • पंचमढ़ी – पांच मढ़ियों का समूह 
  • सप्तशती – सात सौ (श्लोक ) का समूह 
  • पंचमुख – पांच मुखों का समूह 
  • षड़रस – छह रसों का समूह 
  • इकट्ठा – एक स्थान पर स्थित 
  • चतुर्भुज – चार भुजाओं का समूह 
  • त्रिभुज – तीन भुजाओं का समूह 
  • त्रिपाठी – तीन पाठों का समूह 
  • चौखट – चार खूँटों का समूह 
  • त्रिमूर्ति – तीन मूर्तियों का समूह 
  • तिकोना – तीन कोनों का समूह 
  • त्रिफला – तीन फलों का समूह 
  • पंचपात्र – पाँच पात्रों का समूह 
  • त्रिनेत्र – तीन नेत्रों का समूह 
  • चौपड़ – चार फड़ों का समूह 
  • दोआब – दो नदियों का समूह 
  • पंजाब – पाँच नदियों का समूह 
  • चाहर दीवारी -चार दीवारों का समूह 
  • दुपट्टा – दो पाटों का समूह 

द्विगु समास के अन्य उदाहरण (Dvigu Samas Ke Udaharan)

  • चौघड़ा – चार घड़ों का समूह 
  • छदाम – छह दामों का समूह 
  • सतनजा – सात अनाजों का समूह 
  • त्रिवेणी – तीन वेणियों (धाराओं ) का समूह 
  • सप्तर्षि – सात ऋषियों का समूह 
  • चवन्नी – चार  आनों का समूह 
  • पंचामृत – पाँच अमृतों का समूह 
  • त्रिशूल – तीन शूलों का समूह 
  • चारपाई – चार पैरों का समूह 
  • सहस्त्राब्दी – सहस्त्र अब्दों का समूह 
  • त्रिगुण – तीन गुणों का समूह 
  • सतमासा – सात महीनों का समूह 
  • चतुर्वर्ग – चार वर्गों का समूह
  • दुमंजिला – दो मंजिलों का समूह 
  • अष्टाध्यायी – आठ अध्यायों का समूह 
  • देवत्रयी – तीन देवों का समूह 
  • चतुष्पदी – चार पदों का समूह 
  • त्रिवेदी – तीन वेदों का समूह 
  • दुअन्नी – दो  आनों का समूह 
  • चतुर्वेदी – चार वेदों का समूह 

द्विगु समास और बहुव्रीहि समास में क्या अंतर है?

द्विगु समासबहुव्रीहि समास
द्विगु समास समास में उत्तर पद प्रधान होता है।बहुव्रीहि समास में दोनों पद अप्रधान होते हैं और अन्य अर्थ की प्रधानता होती है।
द्विगु समास में प्रथम पद संख्यावाचक शब्द होता है।इसमें प्रथम पद संख्यावाची नहीं होता है।
Dvigu Samas

1. अव्ययी भाव समास 
2. तत्पुरुष समास
3. कर्मधारय समास 
4. द्वंद्व समास 
5. बहुब्रीहि समास

दोस्तो हमने इस आर्टिकल में Dvigu Samas in Hindi के साथ – साथ Dvigu Samas kise kahate hain, Dvigu Samas ki Paribhasha, Dvigu Samas ke bhed के बारे में पढ़ा। हमे उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। आपको यहां Hindi Grammar के सभी टॉपिक उपलब्ध करवाए गए। जिनको पढ़कर आप हिंदी में अच्छी पकड़ बना सकते है।

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