Important 500+ शब्द समूह के लिए एक शब्द One Word Substitution in Hindi : हिन्दी व्याकरण
कम से कम शब्दों में अपने भाव या विचार प्रकट करना अच्छे प्रयोक्ता की पहचान है। हमे भी कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बात कहने का अभ्यास करना चाहिए। समास।, उपसर्ग तथा प्रत्ययों की सहायता से ऐसे शब्द बन जाते है। यहाँ कुछ उदाहरण ये जा रहे है ;
Anekarthak shabd ( अनेकार्थक शब्द )
- जिसकी कल्पना न की जा सके – अकल्पनीय।
- जो पहले ना देखा गया हो – अदृष्टपूर्व।
- जो कहा न जा सके – अकथनीय।
- धर्म या शास्त्र के विरुद्ध कार्य – अधर्म।
- हाथी को हांकने का लोहे का हुक – अंकुश।
- अधिकार यहां कब्जे में आया हुआ – अधिकृत।
- जो खाया ना जा सके – अखाद्य।
- सर्वाधिकार संपन्न शासक या अधिकारी – अधिनायक।
- जिसका जन्म पहले हुआ हो – अग्रज।
- विधान मंडल द्वारा पारित या स्वीकृत नियम – अधिनियम।
- आगे का विचार करने वाला – अग्रसोची।
- कर या शुल्क का वह अंश जो किसी कारणवंश अधिक से अधिक लिया जाता है – अधिभार।
- जो सबके आगे रहता हो – अग्रणी।
- वह पत्र जिसमें किसी को कोई काम करने का अधिकार दिया जाए – अधिपत्र।
- जिसका ज्ञान इंद्रियों के द्वारा ना हो – अगोचर।
- जो इंद्रियों से परे हो – अगोचर।
- जो नेत्रों से दिखाई ना दे – अगोचर।
- किसी पक्ष का समर्थन करने वाला – अधिवक्ता।
- समाचार पत्र का मुख्य (संपादकीय) लेख – अग्रलेख।
- वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला शुल्क – अधिशुल्क।
- जो खाली न जाय – अचूक।
- सरकार द्वारा प्रकाशित या सरकारी बजट में छपी सूचना – अधिसूचना।
- जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके – अच्युत।
- किसी कार्यालय या विभाग का वह अधिकारी जो अपने अधीन कार्य करने वाले कर्मचारियों की निगरानी रखे – अधीक्षक।
- जिसकी चिंता नहीं हो सकती – अचिन्त्य।
- किसी सभा, संस्था का प्रधान – अध्यक्ष।
- जो छूने योग्य ना हो – अछूत।
- जो छुआ न गया हो – अछूता।
- नीचे की ओर मुख किए हुए – अधोमुख।
- जो बुड्ढा ना हो – अजर।
- राज्य के अधिपति द्वारा जारी किया गया वह अधिकारिक आदेश जो किसी विशेष समय तक ही लागू हो – अध्यादेश।
- जिसका कोई शत्रु उत्पन्न ना हुआ हो – अजातशत्रु।
- जिसे जीता न जा सके – अजेय।
- अन्य से संबंध ना रखने वाला – अनन्य।
- जो न जाना गया हो – अज्ञात।
- जिसका कोई दूसरा उपाय ना हो – अनन्योपाय।
- जो कुछ नहीं जानता हो – अज्ञ।
- जिसका स्वामी ना हो – अनाथ।
- जिसके कुल का पता ज्ञात ना हो – अज्ञातकुल।
- जिसका आदर न किया गया हो – अनादृत।
- जिस हंसी से अट्टालिका तक हिल जाए – अट्ठहास।
- दूसरों के गुणों में दोष ढूंढने की वृति का ना होना – अनसूया।
- जो अपनी बात से न टले – अटल।
- जिसका वचन द्वारा वर्णन न किया जा सके – अनिवर्चनीय।
- ना टूटने वाला – अटूट।
- जिसका निवारण न किया जा सके – अनिवार्य।
- जो अपनी जगह से ना डिगे – अडिग।
- बिना पलक गिराये हुए – अनिमेष।
- आढ़त का व्यापार करने वाला – आढ़तिया।
- जिसका उच्चारण ना किया जा सके – अनुच्चरित।
- पदार्थ का सबसे छोटा इंद्रिय ग्राह्य विभाग या मात्रा – अणु।
- जो परीक्षा में उत्तीर्ण न हुआ हो – अनुत्तीर्ण।
- सीमा का अनुचित उलंघन – अतिक्रमण।
- किसी कार्य के लिए दी जाने वाली सहायता – अनुदान।
- जिसके आने की तिथि ज्ञात ना हो – अतिथि।
- जिसकी उपमा न दी जा सके – अनुपम।
- किसी कथा के अंतर्गत आने वाली दूसरी कथा – अंत:कथा।
- जिसका अनुभव किया गया हो – अनुभूत।
- जो सबके मन की जानता हो – अंतर्यामी।
- किसी मत या प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया – अनुमोदन।
- आवश्यकता से अधिक वर्षा – अतिवृष्टि।
- किसी व्यक्ति या सिद्धांत का समर्थन करने वाला – अनुयायी।
- किसी बात या कथन को बढ़ा चढ़ाकर कहना – अतिशयोक्ति।
- एक भाषा की लिखी हुई बात को दूसरी भाषा में लिखना या कहना – अनुवाद।
- जो बीत गया है – अतीत।
- इंद्रियों की पहुंच से बाहर – अतींद्रिय।
- परंपरा से चली आई हुई बात, उक्ति या कला – अनुश्रुति।
- जिसकी तुलना न की जा सके – अतुलनीय।
- जिसका मन किसी दूसरी ओर हो – अन्यमनष्क/अनमना।
- जो दबाया ना जा सके – अदम्य।
- जिसका कोई निश्चित घर ना हो – अनिकेत।
- जो देखा ना जा सके – अदृश्य।
- नीचे की ओर लाना या खींचना – अपकर्ष।
- जिसके समान दूसरा न हो – अद्वितीय।
- जो पहले पढ़ा न गया हो – अपठित।
- जो देखने योग्य ना हो – अदर्शनीय।
- दोपहर के बाद का समय – अपराह्न।
- शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक ना लेना – अपरिग्रह।
- जो बीत चुका है – अतीत।
- जिसकी गहराई की थाह न लग सके – अथाह।
- जो मापा न जा सके – अपरिमेय।
- जो सदा से चलता आ रहा है – अनवरत।
- जिसके बिना कार्य न चल सके – अपरिहार्य।
- जो आगे की न सोचता हो – अदूरदर्शी।
- जो आंखों के सामने ना हो – अप्रत्यक्ष/परोक्ष।
- धरती और आकाश के बीच का स्थान – अंतरिक्ष।
- जिसके पार ना देखा जा सके – अपारदर्शक।
- जिस पर आक्रमण न किया गया हो – अनाक्रांत।
- जो पूरा या भरा हुआ ना हो – अपूर्ण।
- जो जीता न जा सके – अजेय।
- जिसकी अपेक्षा (उम्मीद) हो – अपेक्षित।
- जिसके पास कुछ ना हो – अकिंचन।
- अभिनय करने वाला पुरुष – अभिनेता।
- जो कानून के विरुद्ध हो – अवैध।
- जो किसी की ओर मुंह किए हुए हो – अभिमुख।
- जो समय पर ना हो – असामयिक।
- जिस पर अभियोग लगाया गया हो – अभियुक्त।
- अपने हिस्से या अंश के रूप में कुछ देना – अंशदान।
- जिसका जन्म उच्च कुल में हुआ हो – अभिजात।
- जिसमें कुछ करने की क्षमता ना हो – अक्षम।
- किसी कार्य को बार-बार करना – अभ्यास।
- जो गिना ना जा सके – अनगिनत।
- भली प्रकार से लिखा हुआ – अभ्यस्त।
- जो कार्य रूप में ना लाया जा सके – अव्यवहारिक।
- किसी वस्तु का भीतरी भाग – अभ्यंतर।
- जिसके समान दूसरा ना हो – अद्वितीय।
- किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा – अभीप्सा।
- जिसका खंडन ना हो सके – अकाट्य।
- जो कभी मृत्यु को प्राप्त ना हो – अमर।
- जिस पर मुकदमा चल रहा हो – अभियुक्त।
- जो काव्य, संगीत आदि का रस ना ले – अरसिक।
- जिसकी सीमा ना हो – असीम।
- द्वार या आंगन के फर्श पर रंगों से चित्र बनाने या चौक पूरने की कला – अल्पना।
- जो दिया ना जा सके – अदेय।
- जो अल्प (कम) जानता हो – अल्पज्ञ।
- अनुकरण करने योग्य – अनुकरणीय।
- जो इस लोक का ना हो – अलौकिक।
- जो मानव के योग्य ना हो – अमानुषिक।
- जो कम बोलता हो – अल्पभाषी।
- जो बिना बुलाए आया हो – अनाहुत।
- जिस पर कोई नियंत्रण ना हो – अनियंत्रित।
- शरीर का कोई भाग – अवयव।
- जिसे अधिकार दिया गया हो – अधिकृत।
- जिस पर विचार ना किया गया हो – अविचारित।
- जारी किया गया आधिकारिक आदेश – अध्यादेश।
- सरकार द्वारा दूसरे देश की तुलना में अपने देश की मुद्रा का मूल्य कम कर देना – अवमूल्यन।
- वर्षा का अभाव – अनावृष्टि।
- जिस पर निर्णय ना हुआ हो – अनिर्णीत।
- बिना वेतन के कार्य करने वाला – अवैतनिक।
- जिस पर अनुग्रह किया गया हो – अनुग्रहित।
- जो साधा (ठीक किया) ना जा सके – असाध्य।
- जो हिसाब किताब की जांच करता हो – अंकेक्षक।
- जो शोक करने योग्य नहीं हैं – अशोकय।
- जिसकी परिभाषा देना संभव ना हो – अपरिभाषित।
- जो स्त्री सूर्य को भी ना देख सके – असूर्यम्पश्या।
- जो पहले कभी घटित ना हुआ हो – अघटित।
- जिसका विभाजन ना किया जा सके – अविभाजित।
- वह पत्र जिसमें किसी को कुछ करने का अधिकार दिया गया हो – अधिपत्र।
- अच्छा-बुरा समझने की शक्ति का अभाव – अविवेक।
- सीमा का उल्लंघन करना – अतिक्रमण।
- जो विधान या नियम के विरुद्ध – असंवैधानिक।
- जो पहले कभी नहीं सुना गया – अश्रुतपूर्व।
- जिसमें शक्ति नहीं है – असक्त।
- ना हो सकने वाला – असंभव।
- जिसकी आशा न की जाए – अप्रत्याशित।
- जिसे पढ़ा ना जा सके – अपाठ्य।
- फेंककर चलाया जाने वाला हथियार – अस्त्र।
- किसी प्राणी को ना मारना – अहिंसा।
- जिसेभेदा न जा सके – अभेद्य।
- अंडे से जन्म लेने वाला – अंडज।
- अल्प वेतन भोगने वाला – अल्प वेतनभोगी।
- महल का भीतरी भाग – अंत:पुर।
- पढ़ाने का काम करने वाला – अध्यापक।
- गुरु के समीप रहने वाला विद्यार्थी – अंतेवासी।
- जिसका जन्म पीछे हुआ हो – अनुज।
- जिसका जन्म छोटी जाति में हुआ हो –अंत्यज।
- पहले कभी नहीं हुआ हो – अभूतपूर्व।
- वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो – आगतपतिका।
- जिससे उपमा दी जाए – अपमान।
- वह स्त्री जिसका पति आने वाला है – आगमिस्यतपतिका।
- जिसका मन उदार हो – उदारमना।
- किसी बात पर बार-बार जोर देना – आग्रह।
- जिसका मन महान हो – महामना।
- वह जो अपने आचार से पवित्र हैं – आचारपूत।
- जिसका हृदय उदार हो – उदारहृदय।
- सामाजिक एवं प्रशासनिक अनुशासन की क्रूरता से उत्पन्न स्थिति – आतंक।
- ऊपर कहा हुआ – उपर्युक्त।
- अपने प्राण आप लेने वाला – आत्मघाती।
- जिसका उल्लेख किया गया हो – उल्लेखित।
- जो धरती फोड़कर जन्मता है – उद्भिज।
- दूसरे के हित में अपने आप को संकट में डालना – आत्मोत्सर्ग।
- जो उद्धार करता हैं – उद्धारक।
- अर्थ या धन से संबंध रखने वाला – आर्थिक।
- जो किसी नियम को ना माने – उच्छृंखल।
- जो जन्म लेते ही गिर या मर गया है – आदंडपात।
- किसी के बाद उसकी संपत्ति प्राप्त करने वाला – उत्तराधिकारी।
- सर्वप्रथम मत को प्रवर्तित करने वाला – आदिप्रवर्तक।
- जिसने ऋण चुका दिया हो – उऋण।
- आदि से अंत तक – आद्योपांत।
- ऊपर आने वाला श्वास – उच्छवास।
- पैर से लेकर सिर तक – आपादमस्तक।
- जिस पर किसी काम का उत्तरदायित्व हो – उत्तरदाही।
- ऐसा व्रत, जो मरने पर ही समाप्त हो – आमरणव्रत।
- वह वस्तु जिसका उत्पादन किया हुआ हो – उत्पाद।
- किसी पात्र आदि के अंदर का स्थान जिसमें कोई चीज आ सके – आयतन।
- सूर्य जिस पर्वत के पीछे निकलता है – उदयाचल।
- जिस पर उपकार किया गया हो – उपकृत।
- देश में विदेश से माल आने की क्रिया – आयात।
- पर्वत के पास की भूमि – उपत्यका।
- गुण-दोषों का विवेचन करने वाला – आलोचक।
- सूर्योदय से पहले का समय – उषाकाल।
- जिसे आश्वासन दिया गया हो – आश्वस्त।
- जिसके विषय में उल्लेख करना आवश्यक हो – उल्लेखनीय।
- वह कवि जो तत्काल कविता कर सके – आशुकवि।
- जिसने अपना ऋण चुका दिया हो – उऋण।
- ईश्वर में विश्वास रखने वाला – आस्तिक।
- जो भूमि उपजाऊ हो – उर्वरा।
- जिस भूमि में कुछ पैदा ना होता हो – ऊसर।
- जिसकी बाहें घुटने तक पहुंचती हो – अजानुबाहू।
- ऊपर की ओर जाने वाला – उर्ध्वगामी।
- आशा से अतीत – आशातीत।
- वह व्यक्ति जो हाथ उठाए हो – ऊर्ध्वबाहु।
- सेतुबंध रामेश्वरम से हिमालय तक – आसेतुहिमालय।
- ऊपर की ओर बढ़ती हुई सास – उर्ध्वश्वास।
- बालक से वृद्ध तक – आबालवृद्ध।
- आयोजन करने वाला व्यक्ति – आयोजक।
- जिसका चित्त एक जगह स्थिर हो – एकाग्रचित्त।
- धन से संबंध रखने वाला – आर्थिक।
- जिस पर किसी अन्य को कुछ अधिकार ना हो – एकाधिकार।
- जो आलोचना के योग्य हो – आलोच्य।
- जो दिन में एक बार भोजन करता है – एकाहारी।
- किसी अवधि से संबंध रखने वाला – आवधिक।
- इस लोक से संबंधित – ऐहिक।
- आशुलिपि जानने वाला लिपिक – आशुलिपिक।
- इंद्रजाल करने वाला – ऐंद्रजालिक।
- किसी देश के वे निवासी जो पहले से वहां रहते रहे हैं – आदिवासी।
- जिसका संबंध किसी एक देश से हो – एकदेशीय।
- इंद्रियों को वश में करने वाला – इन्द्रियजीत।
- किसी एक पक्ष से संबंधित – एकपक्षीय।
- इंद्रियों से संबंधित – ऐन्द्रिक।
- जो इंद्रियों के ज्ञान के बाहर है – इंद्रियातीत।
- इस लोक से संबंध रखने वाला – ऐहलौकिक।
- अपनी इच्छा के अनुसार काम करने वाला – इच्छाचारी।
- इतिहास से संबंधित – ऐतिहासिक।
- किसी चीज या बात की इच्छा रखने वाला – इच्छुक।
- जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो – ऐच्छिक।
- किन्ही घटनाओं का कालक्रम से किया गया वृत्त – इतिवृत्त।
- इतिहास को जानने वाला – इतिहासज्ञ।
- दूसरों की उन्नति को ना देख सकना – ईर्ष्या।
- जिसका उच्चारण ओष्ठ से हो – ओष्ठ्य।
- पूर्व और उत्तर के बीच की दिशा – ईशान।
- आड़ या पर्दे के लिए रथ या पालकी को ढकने वाला कपड़ा – ओहार।
- जिसकी ईप्सा की गई हो – ईप्सित।
- किसी नई चीज का बनाना – आविष्कार।
- सारे संसार के देशों की खेल प्रतियोगिताएं – ओलंपिक।
- अपनी विवाहित पत्नी से उत्पन्न – औरस।
- खाने से बच्चा हुआ झूठा भोजन – उच्छिष्ट।
- जिसका संबंध उपनिवेश या उपनिवेशों से हो – औपनिवेशिक।
- जो छाती के बल चलता हो – उदग।
- उपचार या ऊपरी दिखावे के रूप में होने वाला – औपचारिक।
- जिसकी उपमा दी जाए उप में जिसका संबंध उपन्यास से हो – उपन्यासिक।
- जो कान को कटु लगे – कर्णकटु।
- खाने योग्य पदार्थ – खाद्य।
- कष्टों यहां कांटों से भरा हुआ – कंटकाकीर्ण।
- जिसका कोई हिस्सा टूटकर अलग हो गया हो – खंडित।
- अपने कर्तव्य का निर्णय ना कर सकने वाला – कीकर्तव्यविमूढ़।
- ऐसा जो अंदर से खाली हो – खोखला।
- जो कटु बोलता है – कटुभाषी।
- जो कष्ट को सहन कर सके – कष्टसहिष्णु।
- किसी के घर की होने वाली तलाशी – खानातलाशी।
- जो काम से जी चुराता है – कामचोर।
- किसी के उपकार को ना मानने वाला – कृतघ्न।
- प्राचीन आदर्श के अनुकूल चलने वाला – गतानुगतिका।
- जो कहा गया है – कथित।
- जो बीत चुका हो – गत।
- जो कहने योग्य हो – कथनीय।
- जो इंद्रियों के ज्ञान के बाहर है – गोतीत।
- जो कला जानता हो – कलाकार।
- गणित शास्त्र के जानकार – गणितज्ञ।
- जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो – कुलीन।
- जो गांव से संबंधित हो – ग्रामीण।
- बेलो आदि से घिरा हुआ सुरम्य स्थान – कुंज।
- वह नाटक जिसमें गीत अधिक हो – गीतरूपक।
- जो किए गए उपकारों को जानता हो – कृतज्ञ।
- पृथ्वी की वह शक्ति जो सभी चीजों को अपनी ओर खींचती है – गुरुत्वाकर्षण।
- जो कर्तव्य से च्युत हो गया है – कर्तव्यच्युत।
- जिसे बाह्य जगत का ज्ञान ना हो – कूपमंडूक।
- जो कठिनाइयों से पचता है – गुरुपाक।
- किसी की कृपा से पूरी तरह संतुष्ट – कृतार्थ।
- जो कानून के विरुद्ध है – गैरकानूनी।
- जिसकी बुद्धि कुश के अग्र(नोक) की तरह तेज हो – कुशाग्रबुद्धि।
- गंगा का पुत्र – गांगेय।
- जो पुरुष कविता रचता है – कवि।
- बहुत गप्पे हांकने वाला – गपोड़िया।
- जो स्त्री कविता रचती है – कवयित्री।
- जो गिरि पहाड़ को धारण करता हो – गिरधारी।
- जिसके पास करोड़ों रुपए हो – करोड़पति।
- गृह बसाकर रहने वाला –गृहस्थ।
- वह बात जो जनसाधारण में चलती आ रही है – किंवदंती।
- रात और संध्या के बीच का समय – गोधूलि।
- जिस लड़की का विवाह ना हुआ हो – कुमारी।
- जो छिपाने योग्य हो – गोपनीय।
- जिसेक्रय किया गया हो – क्रीत।
- आकाश चूमने वाला – गगनचुंबी।
- जो कल्पना से परे हो – कल्पनातीत।
- घास छीलने वाला – घसियारा।
- कारागृह से संबंध रखने वाला – कारागारिक।
- किसी के इर्द-गिर्द घेरा डालने की क्रिया – घेराबंदी।
- कार्य करने वाला व्यक्ति – कार्यकर्ता।
- जिसकी घोषणा की गई हो – घोषित।
- नियम विरुद्ध निंदनीय कार्य करने वालों की सूची – काली सूची (ब्लैक लिस्ट)
- बहुत सी घटनाओं का सिलसिला – घटनाक्रम।
- घूस लेने वाला/रिश्वत लेने वाला – घूसखोर/रिश्वतखोर।
- घुलने योग्य पदार्थ – घुलनशील।
- घृणा करने योग्य – घृणास्पद।
- जो केंद्र की ओर उन्मुख होता – केन्द्राभिमुख।
- महीने के किसी पक्ष की चौथी तिथि – चतुर्थी।
- क्रम के अनुसार – क्रमानुसार।
- बरसात के 4 महीने – चतुर्मास।
- किसी विचार/निर्णय को कार्यरूप देना – कार्यान्वयन।
- चार वेदों को जानने वाला – चतुर्वेदी।
- धन का देवता – कुबेर।
- जो चक्र धारण करता है – चक्रधारी।
- कुंती का पुत्र – कौंतेय।
- जिसके चूड़ा पर चंद्र रहे – चंद्रचूड़।
- राजनीतिज्ञों एवं राजदूतों की कला – कूटनीति।
- जो चंद्र धारण करता हो – चंद्रधारी।
- जिसके सिर पर चंद्र हो – चंद्रशेखर।
- क्षमा पाने योग्य – क्षम्य।
- करने की इच्छा – चिकीर्षा।
- क्षणभर में नष्ट होने वाला – क्षणभंगुर।
- जिसकी चिकित्सा की जा सके – चिकित्सय।
- जिसका हाथ बहुत तेज चलता हो – क्षिप्रहस्त।
- चार राहों वाला – चौराहा।
- भूख से व्याकुल – क्षुधातुर।
- जिसके हाथ में चक्र हो – चक्रपाणि।
- जिसके चार पैर हो – चतुष्पद।
- ऐसा ग्रहण जिसमें सूर्य या चंद्र का पूरा बिम्ब ढँक जाय – खग्रास।
- अधिक दिनों तक जीने वाला – चिरजीवी।
- जो सदैव हाथ में खड्ग लिए रहता है – खड्गहस्त।
- जो चिरकाल तक बना रहे – चिरस्थायी।
- चेतन स्वरूप की माया – चिद्विलास।
- जिसका चिंतन किया जाना चाहिए – चिंतनीय।
- जिसके लंबे लंबे बिखरे बाल हो – झबरा।
- रोगियों की चिकित्सा करने का स्थान – चिकित्सालय।
- झूठ बोलने वाला – झूठा।
- चूहा फसाने का पिंजड़ा – चूहेदानी।
- अपनी झक में मस्त रहने वाला – झक्की।
- करुण स्वर में चिल्लाना – चीत्कार।
- झमेला करने वाला – झमेलिया।
- किसी को सावधान करने के लिए कही जाने वाली बात – चेतावनी।
- कांटेदार झाड़ियों का समूह – झाड़झंकाड़।
- वह कपड़ा जिससे कोई चीज झाड़ी जाए – झाड़न।
- चौथे दिन आने वाला ज्वर – चौथिया।
- झीं-झीं की तेज आवाज करने वाला कीड़ा – झिंगुर।
- चारों ओर की सीमा – चौहद्दी।
- जिस पर चिह्न लगाया गया हो – चिन्हित।
- सिक्के ढालने का कारखाना – टकसाल।
- जो चर्चा का विषय हो – चर्चित।
- मूल बातों को संक्षेप में लिखना – टिप्पणी।
- किसी वस्तु का चौथा भाग – चतुर्थांश।
- टाइप करने की कला – टंकण।
- जो अपने स्थान से डिग गया हो – च्युत।
- लगातार घंटा बजने से होने वाला शब्द – टनाटन।
- जिसके चार भुजाएं हैं – चतुर्भुज।
- चारों ओर जल से घिरा हुआ भूभाग – टापू।
- छिपे वेश में रहना – छद्मवेश।
- किसी ग्रंथ या रचना की टीका करने वाला – टीकाकार।
- किराए पर चलने वाली मोटर गाड़ी – टैक्सी।
- सेना के रहने का स्थान – छावनी।
- सहसा छिपकर आक्रमण करने वाला – छापामार।
- छात्रों के रहने का स्थान – छात्रावास।
- दूसरों के दोषों को खोजना – छिद्रान्वेषण।
- ठकठक करके बर्तन बनाने वाला – ठठेरा।
- दूसरों के दोषों को ढूंढने वाला – छिद्रान्वेषी।
- ठठेरे की बिल्ली जो ठकठक शब्द से ना डरे – ठठेरमंजारीका।
- किसी काम या व्यक्ति में छिद्र या दोष निकालने का कार्य – छिद्रान्वेषण।
- ठूसकर भरा हुआ – ठसाठस।
- कर्मचारियों आदि को छांटकर निकालने की क्रिया – छटनी।
- दिन रात तक खड़े रहने वाले साधू – ठाढ़ेश्वरी।
- 6 महीने के समय से संबंधित – छमाही।
- ठीका लेने वाला – ठेकेदार।
- जो जन्म से अंधा हो – जन्मांध।
- डंडी मारने वाला – डंडीमार।
- अन्न को पचाने वाली जठर की अग्नि – जठराग्नि।
- डाका मारने वाला – डकैत।
- जो जरायु से जन्मता है – जरायुज।
- डफली बजाने वाला – डफाली।
- जल में जन्म लेने वाला – जलज।
- स्थल या जल का वह तंग या पतला भाग जो स्थलीय जल के दो बड़े खंडों को मिलाता है – जलडमरूमध्य।
- जल में रहने वाले जीव जंतु – जलचर।
- जो यान जल में चलता हो – जलयान।
- बहुत डरने वाला – डरपोक।
- जीने की इच्छा – जिजीविषा।
- पत्रों आदि को दूरस्थ स्थानों पर पहुंचाने वाली सेवा – डाक सेवा।
- इंद्रियों को जीतने वाला – जितेंद्रिय।
- डाका मारने का काम – डकैती।
- जान से मारने की इच्छा – जिघांसा।
- ड्यूटी पर रहने वाला पहरेदार – ड्योढ़ीदार।
- किसी की बात को जानने की इच्छा – जिज्ञासा।
- जो जानने को उत्सुक है – जिज्ञासु।
- ढिंढोरा पीटने वाला – ढिंढोरिया।
- जीतने की इच्छा – जिगीषा।
- ढालने का काम – ढलाई।
- जोतने का काम – जुताई।
- जिसमें ढाल हो – ढालवाँ।
- जेठ का पुत्र – जेठौत।
- ढीला होने का भाव – ढिलाई।
- जनता द्वारा संचालित शासक – जनतंत्र।
- ढोंग रचने वाला – ढोंगी।
- कुछ जानने या ज्ञान प्राप्त करने की चाह – जिज्ञासा।
- ढोंग रचने वाला – ढोंगी।
- ढोलक बजाने वाला – ढोलकिया।
- किसी के संपूर्ण जीवन के कार्यों का विवरण – जीवनचरित्र।
- जन्म से 100 वर्ष का समय – जन्मशती।
- उसी समय का – तत्कालीन।
- जिसे जानना चाहिए – ज्ञातव्य।
- जिसे त्याग देना उचित हो – त्याज्य।
- किसी पद अथवा सेवा से मुक्ति का पत्र – त्यागपत्र।
- किसी भी पक्ष का समर्थन ना करने वाला – तटस्थ।
- 2 बार जन्म लेने वाला – द्विज।
- ऐसा तर्क जो देखने पर ठीक प्रतीत होता है, किंतु वैसा ना हो – तर्काभास।
- जिसने गुरु से दीक्षा ली हो – दीक्षित।
- तीन कालों की बात जानने वाला – त्रिकालज्ञ।
- अनुचित या बुरा आचरण करने वाला – दुराचारी।
- भौहों के बीच का ऊपरी भाग – त्रिकुटी।
- अनुचित या बुरा आचरण करने वाला – दुराचारी।
- सत्व, रज और तम – त्रिगुण।
- बहुत दूर की बात पहले से ही सोच लेने वाला – दूरदर्शी।
- जिसे समझना बहुत कठिन हो – दुष्कर।
- दैहिक, दैविक व भौतिक ताप या कष्ट – त्रिताप।
- जिसका दमन कठिन हो – दुर्दम्य।
- वात, पित्त व कफ – त्रिदोष।
- जिसको प्राप्त करना बहुत कठिन हो – दुर्लभ।
- आंवला, हर्र व बहेड़ा – त्रिफला।
- जो मुश्किल से प्राप्त हो – दुष्प्राप्य।
- तीन युगों में होने वाला – त्रियुगी।
- जिसमें जाना या समझना कठिन हो – दुर्गम।
- तीन नदियों का संगम – त्रिवेणी।
- जिसको लांघना कठिन हो – दुर्लंघ्य।
- तीन लोगों का समूह – त्रिलोक।
- पति के छोटे भाई की स्त्री – देवरानी।
- स्वर्ग लोक, मृत्यु लोक और पाताललोक – त्रिलोक।
- दैव या प्रारब्ध संबंधी बातें जानने वाला – देवज्ञ।
- शीतल, मंद व सुगंधित वायु – त्रिविधवायु।
- दिन के समय अपने प्रिय से मिलने जाने वाली नायिका – दिवाभिसारिका।
- जो तर्क योग्य हो – तार्किक।
- तैरने की इच्छा – तितीर्षा।
- जो विलम्ब या टालमटोल से काम करें – दीर्घसूत्री।
- ऋण के रूप में आर्थिक सहायता – तकावी।
- एक व्यक्ति द्वारा चलाई जाने वाली शासन प्रणाली – तानाशाही।
- देखने की इच्छा – दिदृक्षा।
- चोरी-छिपे चुंगी शुल्क आदि दिए बिना माल लाकर बेचने वाला – तस्कर।
- विवाह के पश्चात वधू का ससुराल में दूसरी बार आना – द्विरागमन।
- जो तर्क के आधार पर सही सिद्ध हो – तर्कसंगत।
- गोद लिया हुआ पुत्र – दत्तक।
- तर्क के द्वारा जो माना गया हो – तर्कसम्मत।
- जो दिया जा सके – देय।
- विवाद या गुटबंदी से अलग रहने वाला – गुटनिरपेक्ष।
- स्त्री-पुरुष का जोड़ा – दंपति।
- कोई काम या पद छोड़ देने के लिए लिखा गया पत्र – त्यागपत्र।
- दंड दिए जाने योग्य – दंडनीय।
- तीन वेदों को जानने वाला – त्रिवेदी।
- अपराध और उन पर दंड देने के नियम निर्धारित करने वाला – दंडसंहिता।
- तीनों कालों को देखने वाला – त्रिकालदर्शी।
- तीन कालो को जानने वाला – त्रिकालज्ञ।
- जो तीन गुणों से परे हो – त्रिगुणातीत।
- अपने देश से प्यार करने वाला – देशभक्त।
- अपने देश के साथ विश्वासघात करने वाला – देशद्रोही।
- जमी हुई गाड़ी चीज की मोटी तह – थक्का।
- तेज गति से चलने वाला – तीव्रगामी।
- चौपायों के बांधने का स्थान – थान।
- जिसको रोकना या निवारण करना कठिन हो – दुर्निवार।
- पुलिस की बड़ी चौकी – थाना।
- जिसे भेदना या तोड़ना कठिन हो – दुर्भेद्य।
- नापाक इरादे से की जाने वाली मंत्रणा या साजिश – दुरभिसंधि।
- थाने का प्रधान अधिकारी – थानेदार।
- जिस समय बड़ी मुश्किल से भिक्षा मिलती है – दुर्भिक्ष।
- किसी के पास रखी हुई दूसरे की वस्तु – धरोहर।
- जो कठिनाइयों से पचता है – दुष्पाच्य।
- अनुचित बात के लिए आग्रह – दुराग्रह।
- जिसने किसी विषय में मन लगाया हो – दत्तचित।
- जिस पर दिनांक लगाया गया हो – दिनांकित।
- एक राजनीतिक दल को छोड़कर दूसरे दल में शामिल होने वाला – दलबदलू।
- जिसे सताया गया हो – दलित।
- दो भाषाएं बोलने वाला – द्विभाषी।
- दो वेदों को जानने वाला – द्विवेदी।
- कपड़ा सिलने का व्यवसाय करने वाला – दर्जी।
- दो वेदों को जानने वाला – द्विवेदी।
- 10 वर्षों का समय – दशक।
- जो देखने योग्य – दर्शनीय।
- आंख की बीमारी – दृष्टिदोष।
- जिसके दस आनंद हो – दशानन।
- जो दर्शन शास्त्र का ज्ञाता हो – दार्शनिक।
- जंगल में लगने वाली आग – दावानल।
- जो द्वार का पालन करता है – द्वारपाल।
- दिन पर दिन – दिनोंदिन।
- यात्रियों के लिए धर्मार्थ बना हुआ घर – धर्मशाला।
- जिस पर लंबी-लंबी धारियां हो – धारीदार।
- नाक से रक्त बहने का रोग – नकसीर।
- शासकीय अधिकारियों का शासन – नौकरशाही।
- जो अति लघु नहीं है – नातिलघु।
- जो अति दीर्घ नहीं है – नातिदीर्घ।
- नृत्य करता है – नृत्यकार।
- जो नीचे लिखा गया है – निम्नलिखित।
- जिसमें तेज नहीं है – निस्तेज।
- जिसके बारे में मतभेद ना हो – निर्विवाद।
- उच्च न्यायालय का न्यायाधीश – न्यायमूर्ति।
- निर्वाचन में अपना मत देने वाला – निर्वाचक।
- नगर में रहने वाला – नागरिक।
- नख से शिखा तक के सब अंग – नखशिख।
- जिसे देश से निकाला गया हो – निर्वासित।
- नष्ट होने वाला – नश्वर।
- जिसका मूल नहीं है – निर्मूल।
- नभ में विचरण करने वाला – नभचर।
- जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक।
- नया उदित होने वाला – नवोदित।
- अभी-अभी जन्म लेने वाला – नवजात।
- जिसमे मल ना हो – निर्मल।
- नदी से सींचा जाने वाला प्रदेश – नदीमातृक।
- जिस स्थान पर अभिनेता अपना वेश-विन्यास करते हैं – नेपथ्य।
- नया-नया आया हुआ – नवागंतुक।
- नगर में जन्म लेने वाला – नागरिक।
- शरीर के एक पार्श्व का लकवा – पक्षाघात।
- जिसे ईश्वर पर विश्वास ना हो – नास्तिक।
- अपने पति के प्रति अनन्य अनुराग रखने वाली – पतिव्रता।
- जिसका कोई आकार ना हो – निराकार।
- अपने पद से हटाया हुआ – पदच्युत।
- जिसे कोई भय न हो – निर्भय।
- अपने को पंडित मानने वाला – पण्डितम्मन्य।
- जो एक अक्षर भी ना जानता हो – निरक्षर।
- पंडितों में पंडित – पंडितरा।
- जिसमें कोई दोष ना हो – निर्दोष।
- पथ का प्रदर्शन करने वाला – पथप्रदर्शक।
- जिसकी उपमा न दी जा सके – निरुपम।
- जिसमें पांच कोने हो – पंचकोण।
- जिसके हृदय में ममता ना हो – निर्मम।
- जो दृष्टि के क्षेत्र से परे हो – परोक्ष।
- जिसके हृदय में दया ना हो- निर्दय।
- जो परायों का अर्थ चाहता है – परमार्थी।
- जिसमें हानि या अनर्थ का भय ना हो – निरापद।
- जो अपने पथ से भटक गया हो – पथभ्रष्ट।
- जिसके हृदय में पाप ना हो – निष्पाप।
- वह स्त्री जिसके पति ने त्याग दिया हो – परित्यक्ता।
- निशी में विचरण करने वाला – निशाचर।
- जो दूसरों का भला चाहने वाला हो – परार्थी।
- बिना पलक गिराये हुए – निर्निमेष।
- पानी में डूबकर चलने वाली नाव – पनडुब्बी।
- जो दूसरों का उपकार करने वाला हो – परोपकारी।
- जिसे कोई भ्रम या संदेह ना हो – निर्भ्रांत।
- दूसरों के आश्रय में रहने वाला – पाक्षिक।
- एक देश से माल दूसरे देश में जाने की क्रिया – निर्यात।
- 15 दिन में होने वाला – पाक्षीक।
- जिसका कोई शुल्क नहीं लिया जाए – निशुल्क।
- जो पृथ्वी से संबंधित हो – पार्थिव।
- किसी के साथ संबंध ना रखने वाला – नि:संग।
- जिसके आर पार देखा जा सके – पारदर्शी।
- जिसकी कोई संतान न होने – नि:संतान।
- आटा पीसने वाली स्त्री – पिसनहारी।
- जो निंदा के योग्य हो – निंदनीय।
- पीने की इच्छा – पिपासा।
- पिता की हत्या करने वाला – पितृहन्ता।
- जो पिंड में जन्मता है – पिंडज।
- पिता का पिता – पितामह।
- कही हुई बात को बार-बार कहना – पिष्टपेषण।
- पिता के पिता का पिता – प्रपितामह।
- जो उक्ति बार-बार कही जाए – पुनरुक्ति।
- वह शासन प्रणाली जिसमें जनसाधारण का शासन हो – प्रजातंत्र।
- जो किसी का प्रतिनिधित्व करता है – प्रतिनिधि।
- जो शीघ्र किसी बात या युक्ति को सोच ले – प्रत्युत्पन्नमती।
- वह जिससे प्रेम किया जाए – प्रेमपात्र।
- जिसने बहुत कुछ सुन रखा हो – बहुश्रुत।
- समान रूप से आगे बढ़ने की चेष्टा – प्रतिस्पर्धा।
- बहुत सी भाषाओं को बोलने वाला – बहुभाषाभाषी।
- जिसमें प्रतिभा है – प्रतिभावान।
- बहुत सी भाषाओं को जानने वाला – बहुभाषाविद।
- जो प्रणाम करने योग्य हो – प्रणम्य।
- जिस स्त्री के संतान पैदा ना होती हो – बाँझ।
- बच्चा जनने वाली स्त्री – प्रसूत।
- छोटे कद का आदमी – बौना।
- जो पहरा देने वाला हो – प्रहरी।
- उपकार के प्रति किया गया उपकार – प्रत्युपकार।
- जिसकी जीविका बुद्धि के बल पर चलती हो – बुद्धिजीवी।
- किसी आरोप के उत्तर में किया जाने वाला आरोप – प्रत्यारोप।
- लौटकर आया हुआ – प्रत्यागत।
- जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके – बोधगम्य।
- बहुत बोलने वाला – बहुभाषी।
- जो पूछने योग्य हो – प्रष्टव्य।
- आधे से अधिक लोगों की सम्मिलित एकराय – बहुमत।
- जिसके पास कोई रोजगार ना हो – बेरोजगार।
- प्राण देने वाली औषधि – प्राणदा।
- जिसका ह्रदय भग्न हो – भग्नहृदय।
- पाप या अपराध करने पर दोषमुक्त होने के लिए किया जाने वाला धार्मिक या शुभ कार्य – प्रायश्चित।
- भविष्य में होने वाला – भावी।
- जो देखने में प्रिय हो – प्रियदर्शी।
- जो भाग्य का धनी हो – भाग्यवान।
- दीवार पर बने हुए चित्र – भित्तिचित्र।
- जो प्रिय बोलता हो – प्रियवादी।
- भूतों का ईश्वर – भृतेश।
- जो भू धारण करता हो – भूधर।
- जो दूसरे के अधीन हो – पराधीन।
- जो पृथ्वी के गर्भ के शास्त्र जानता हो – भूगर्भशास्त्री।
- जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय।
- वह शास्त्र जिसमें पृथ्वी के स्वरूप का वर्णन हो – भूगोल।
- पिता से प्राप्त की हुई –पैतृक।
- वह बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाए – भूमिका।
- आंखों के समक्ष – प्रत्यक्ष।
- जो पूर्व में था या हुआ पर अभी नहीं है – भूतपूर्व।
- जो अपनी मातृभूमि छोड़ विदेश में रहता हो – प्रवासी।
- जो पहले रहा हो – भूतपूर्व।
- प्रयोग में लाने योग्य – प्रयोजनीय।
- किसी टूटी-फूटी वस्तु का पुनर्निर्माण – पुनर्निर्माण।
- जिसकी आत्मा महान हो – महात्मा।
- जो पांचाल देश की हो – पांचाली।
- पर्वत की कन्या – पार्वती।
- किसी बात का गूढ़ रहस्य जानने वाला – मर्मज्ञ।
- जो मछली का आहार करता हो – मत्स्याहारी।
- जो केवल फल खाकर निर्वाह करता हो – फलाहारी।
- देवताओं पर चढ़ाने हेतु बनाया गया दही, घी, जल, चीनी और शहद का मिश्रण – मधुपर्क।
- जुआ खेलने का स्थान – फड़।
- जिस स्थान पर बैठकर माल खरीदा और बेचा जाता है – फड़।
- किसी मत को मानने वाला – मतानुयायी।
- आय से अधिक व्यर्थ खर्च करने वाला – फिजूलखर्ची।
- मनन करने योग्य हो – माननीय।
- वह पात्र जिसमें शोभा के लिए फूल लगाकर रखे जाते हैं – फूलदान।
- जो मधुर बोलता है – मधुरभाषी।
- जिस कागज पर मानचित्र, विवरण या कोष्ठक अंकित हो – फलक।
- कम खर्च करने वाला – मितव्ययी।
- 1 महीने में होने वाला – मासिक।
- घूम फिर कर सौदा बेचने वाला – फेरीवाला।
- मरने की इच्छा – मुमूर्षा।
- मुंह पर निकलने वाली फुंसियां – मुहासे।
- जिसे मोक्ष की कामना हो – मुमुक्षु।
- किसी देवता पर चढ़ाने के लिए मारा जाने वाला पशु – बलि।
- भेड़ का बच्चा – मेमना।
- जल में लगने वाली आग – बड़वाग्नि।
- जो हाथों से मुक्त हैं – मुक्तहस्त।
- जो बहुत कुछ जानता हो – बहुज्ञ।
- जो मुकदमा लड़ता हो – मुकदमेबाज।
- जिसमें मल हो – मलिन।
- आय-व्यय, लेन-देन का लेखा करने वाला – लेखाकार।
- मेघ की तरह नाद करने वाला – मेघनाद।
- जो आसानी से पचता हो – लघुपाचक।
- किसी विषय पर दूसरे से मत ना मिलना – मतभेद।
- चुनाव में अपना मत देने की क्रिया – मतदान।
- जो वर्णन के बाहर हो – वर्णनातीत।
- मनपसंद या नामांकित – मनोनीत।
- जो वचन से परे हो – वचनातीत।
- वह स्थिति जब मुद्रा का चलन अधिक हो – मुद्रास्फीति।
- जो पूर्ण रूप से बहरा हो – वज्रबधिर।
- जिसने मृत्यु को जीत लिया है – मृत्युंजय।
- जिसके हाथ में वीणा हो – वीणापाणि।
- मांस आहार या भोजन करने वाला – मांसाहारी।
- जिसके हाथ में वज्र हो – वज्रपाणि।
- जहां तक हो सके – यथासंभव।
- जिस स्त्री के कोई संतान ना हो – बन्ध्या।
- शक्ति के अनुसार – यथाशक्ति।
- यश वाला – यशस्वी।
- जो अधिक बोलता हो – वाचाल।
- जो मुकदमा दायर करता हो – वादी।
- कर्म के अनुसार – यताक्रम।
- जैसा चाहिए वैसा – यथोचित।
- जो युद्ध में स्थिर रहता है – युधिष्ठिर।
- जो कोई वस्तु वहन करता है – वाहक।
- नए युग या प्रवृत्ति का निर्माण करने वाला – युगनिर्माता।
- बिक्री करने वाला – विक्रेता।
- नए युग या प्रवृत्ति का प्रवर्तन करने वाला – युगप्रवर्तक।
- जो अपने धर्म के विपरीत आचरण करता हो – विधर्मी।
- युद्ध की इच्छा रखने वाला – युयुत्सा।
- जिस स्त्री का पति मर गया हो – विधवा।
- यथार्थ कहने वाला – यथार्थवादी।
- जो विश्व भर का बंधु हो – विश्वबंधु।
- जो विषयों में आसक्त है – विषयासख्त।
- यात्रा करने वाला – यात्री।
- जो विषय विचार में आ सकता है – विचारगम्य।
- बोलने की इच्छा – विवाक्षा।
- रक्त में रंगा हुआ या भरा हुआ – रक्तरंजित।
- विश्व का पर्यटन करने वाला – विश्वपर्यटक।
- रात को दिखाई ना देने वाला रोग – रतौंधी।
- जिस पुरुष की स्त्री मर गई हो – विधुर।
- प्रतिकूल पक्ष का – विपक्षी।
- जो रथ पर सवार हैं – रथी।
- जिस पर विश्वास न किया जा सके – विश्वासघाती।
- जो राज्य या राजा से द्रोह करें – राजद्रोही।
- राष्ट्र का प्रमुख – राष्ट्रपति।
- जो विश्वास करने योग्य हो – विश्वसनीय।
- गोपों को घेरा बांधकर नाचने की क्रिया – रास।
- जिस पर विश्वास किया गया है – विश्वस्त।
- वह पूंजी जो संपत्ति आदि के रूप में हो – रिक्थ।
- जो विश्व का हित चाहता है – विश्वहितेषी।
- जो राजनीति जानता है – राजनीतिज्ञ।
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