एक सा अर्थ बताने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते है । पर्यायवाची शब्द के अर्थों मे और प्रयोग में कभी कभी अंतर होता है । प्रयोग करते समय इसका उचित ध्यान रखना चाहिए।ऐसा नही करने से कभी कभी वाक्य ग़लत बन जाते है, क्योंकि पूर्ण पर्यायवाची शब्द भाषा में बहुत कम होते है । शब्दों में प्रसंग के कारण कुछ भेद हो जाता है । यहाँ कुछ पर्यायवाची शब्द दिए जा रहे है , उन्हें याद कीजिए ।
पर्यायवाची शब्द ( Paryayvachi Shabd )
1. | अग्नि | आग, अनल, पावक, दहन, वह्नि, कृशानु |
2. | अपमान | अनादर, अवज्ञा, अवहेलना, अवमान, तिरस्कार |
3. | अलंकार | आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर |
4. | अहंकार | दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान |
5. | अमृत | सुधा, अमिय, पीयूष, सोम, मधु, अमी |
6. | असुर | दैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर, रजनीचर, दनुज, रात्रिचर, तमचर |
7. | अतिथि | मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना |
8. | अनुपम | अपूर्व, अतुल, अनोखा, अदभुत, अनन्य |
9. | अर्थ | धन्, द्रव्य, मुद्रा, दौलत, वित्त, पैसा |
10. | अश्व | हय, तुरंग, घोड़ा, घोटक, हरि, बाजि, सैन्धव |
11. | अंधकार | तम, तिमिर, तमिस्र, अँधेरा, तमस, अंधियारा |
12. | आम | रसाल, आम्र, सौरभ, मादक, अमृतफल, सहुकार |
13. | आग | अग्नि, अनल, हुतासन, पावक, दहन, ज्वलन, धूमकेतु, कृशानु, वहनि, शिखी, वह्नि |
14. | आँख | लोचन, नयन, नेत्र, चक्षु, दृग, विलोचन, दृष्टि, अक्षि |
15. | आकाश | नभ, गगन, अम्बर, व्योम, अनन्त, आसमान, अंतरिक्ष, शून्य, अर्श |
16. | आनंद | हर्ष, सुख, आमोद, मोद, प्रमोद, उल्लास |
17. | आश्रम | कुटी, विहार, मठ, संघ, अखाडा |
18. | आंसू | नेत्रजल, नयनजल, चक्षुजल, अश्रु |
19. | आत्मा | जीव, देव, चैतन्य, चेतनतत्तव, अंतःकरण |
20. | इच्छा | अभिलाषा, अभिप्राय, चाह, कामना, लालसा, मनोरथ, आकांक्षा, अभीष्ट |
21. | इन्द्र | सुरेश, सुरेन्द्र, देवेन्द्र, सुरपति, शक्र, पुरंदर, देवराज, महेन्द्र, मधवा, शचीपति, मेघवाहन, पुरुहूत,यासव |
22. | इन्द्राणि | इन्द्रवधू, मधवानी, शची, शतावरी, पोलोमी |
23. | ईश्वर | परमात्मा, प्रभु, ईश, जगदीश, भगवान, परमेश्वर, जगदीश्वर, विधाता |
24. | उपवन | बाग़, बगीचा, उद्यान, वाटिका, गुलशन |
25. | उक्ति | कथन, वचन, सूक्ति |
26. | उग्र | प्रचण्ड, उत्कट, तेज, महादेव, तीव्र, विकट |
27. | उचित | ठीक, मुनासिब, वाज़िब, समुचित, युक्तिसंगत, न्यायसंगत, तर्कसंगत, योग्य |
28. | उच्छृंखल | उद्दंड, अक्खड़, आवारा, अंडबंड, निरकुंश, मनमर्जी, स्वेच्छाचारी |
29. | उजड्ड | अशिष्ट, असभ्य, गँवार, जंगली, देहाती, उद्दंड, निरकुंश |
30. | उजला | उज्ज्वल, श्वेत, सफ़ेद, धवल |
31. | उजाड | जंगल, बियावान, वन |
32. | उजाला | प्रकाश, रोशनी, चाँदनी |
33. | उत्कष | समृद्धि, उन्नति, प्रगति, प्रशंसा, बढ़ती, उठान |
34. | उत्कृष्ट | उत्तम, उन्नत, श्रेष्ठ, अच्छा, बढ़िया, उम्दा |
35. | उत्कोच | घूस, रिश्वत |
36. | उत्पति | उद्गम, पैदाइश, जन्म, उद्भव, सृष्टि, आविर्भाव, उदय |
37. | उद्धार | मुक्ति, छुटकारा, निस्तार, रिहाई |
38. | उपाय | युक्ति, साधन, तरकीब, तदबीर, यत्न, प्रयत्न |
39. | ऊधम | उपद्रव, उत्पात, धूम, हुल्लड़, हुड़दंग, धमाचौकड़ी |
40. | ऐक्य | एकत्व, एका, एकता, मेल |
41. | ऐश्वर्य | समृद्धि, विभूति |
42. | ओज | तेज, शक्ति, बल, वीर्य |
43. | ओंठ | ओष्ठ, अधर, होठ |
44. | औचक | अचानक, यकायक, सहसा |
45. | औरत | स्त्री, जोरू, घरनी, घरवाली |
46. | ऋषि | मुनि, साधु, यति, संन्यासी, तत्वज्ञ, तपस्वी |
47. | कच | बाल, केश, कुन्तल, चिकुर, अलक, रोम, शिरोरूह |
48. | कमल | नलिन, अरविन्द, उत्पल, राजीव, पद्म, पंकज, नीरज, सरोज, जलज, जलजात, शतदल, पुण्डरीक, इन्दीवर |
49. | कबूतर | कपोत, रक्तलोचन, पारावत, कलरव, हारिल |
50. | कामदेव | मदन, मनोज, अनंग, काम, रतिपति, पुष्पधन्वा, मन्मथ |
51. | कण्ठ | ग्रीवा, गर्दन, गला, शिरोधरा |
52. | कृपा | प्रसाद, करुणा, दया, अनुग्रह |
53. | किताब | पोथी, ग्रन्थ, पुस्तक |
54. | किनारा | तीर, कूल, कगार, तट |
55. | कपड़ा | चीर, वसन, पट, अंशु, कर, मयुख, वस्त्र, अम्बर, परिधान |
56. | किरण | ज्योति, प्रभा, रश्मि, दीप्ति, मरीचि |
57. | किसान | कृषक, भूमिपुत्र, हलधर, खेतिहर, अन्नदाता |
58. | कृष्ण | राधापति, घनश्याम, वासुदेव, माधव, मोहन, केशव, गोविन्द, गिरधारी |
59. | कान | कर्ण, श्रुति, श्रुतिपटल, श्रवण, श्रोत, श्रुतिपुट |
60. | कोयल | कोकिला, पिक, काकपाली, बसंतदूत, सारिका, कुहुकिनी, वनप्रिया |
61. | क्रोध | रोष, कोप, अमर्ष, कोह, प्रतिघात |
62. | कीर्ति | यश, प्रसिद्धि |
63. | खग | पक्षी, द्विज, विहग, नभचर, अण्डज, शकुनि, पखेरू |
64. | खंभा | स्तूप, स्तम्भ, खंभ |
65. | खल | दुर्जन, दुष्ट, घूर्त, कुटिल |
66. | खून | रक्त, लहू, शोणित, रुधिर |
67. | गज | हाथी, हस्ती, मतंग, कूम्भा, मदकल |
68. | गाय | गौ, धेनु, सुरभि, भद्रा, रोहिणी |
69. | गंगा | देवनदी, मंदाकिनी, भगीरथी, विश्नुपगा, देवपगा, ध्रुवनंदा, सुरसरिता, देवनदी, जाह्नवी,त्रिपथगा |
70. | गणेश | विनायक, गजानन, गौरीनंदन, गणपति, गणनायक, शंकरसुवन, लम्बोदर, महाकाय, एकदन्त |
71. | गृह | घर, सदन, गेह, भवन, धाम, निकेतन, निवास, आलय, आवास, निलय, मंदिर |
72. | गर्मी | ताप, ग्रीष्म, ऊष्मा, गरमी, निदाघ |
73. | गुरु | शिक्षक, आचार्य, उपाध्याय |
74. | घट | घड़ा, कलश, कुम्भ, निप |
75. | घर | आलय, आवास, गेह, गृह, निकेतन, निलय, निवास, भवन, वास, वास-स्थान, शाला, सदन |
76. | घृत | घी, अमृत, नवनीत |
77. | घास | तृण, दूर्वा, दूब, कुश, शाद |
78. | चरण | पद, पग, पाँव, पैर, पाद |
79. | चतुर | विज्ञ, निपुण, नागर, पटु, कुशल, दक्ष, प्रवीण, योग्य |
80. | चंद्रमा | चाँद, हिमांशु, इंदु, विधु, तारापति, चन्द्र, शशि, हिमकर, राकेश, रजनीश, निशानाथ, सोम,मयंक, सारंग, सुधाकर, कलानिधि |
81. | चाँदनी | चन्द्रिका, कौमुदी, ज्योत्स्ना, चन्द्रमरीचि, उजियारी, चन्द्रप्रभा, जुन्हाई |
82. | चाँदी | रजत, सौध, रूपा, रूपक, रौप्य, चन्द्रहास |
83. | चोटी | मूर्धा, शीश, सानु, शृंग |
84. | छतरी | छत्र, छाता, छत्ता |
85. | छली | छलिया, कपटी, धोखेबाज |
86. | छवि | शोभा, सौंदर्य, कान्ति, प्रभा |
87. | छानबीन | जाँच, पूछताछ, खोज, अन्वेषण, शोध, गवेषण |
88. | छैला | सजीला, बाँका, शौकीन |
89. | छोर | नोक, कोर, किनारा, सिरा |
90. | जल | अमृत, सलिल, वारि, नीर, तोय, अम्बु, उदक, पानी, जीवन, पय, पेय |
91. | जगत | संसार, विश्व, जग, जगती, भव, दुनिया, लोक, भुवन |
92. | जीभ | रसना, रसज्ञा, जिह्वा, रसिका, वाणी, वाचा, जबान |
93. | जंगल | विपिन, कानन, वन, अरण्य, गहन, कांतार, बीहड़, विटप |
94. | जेवर | गहना, अलंकार, भूषण, आभरण, मंडल |
95. | ज्योति | आभा, छवि, द्युति, दीप्ति, प्रभा, भा, रुचि, रोचि |
96. | झूठ | असत्य, मिथ्या, मृषा, अनृत |
97. | टक्कर | मुठभेड़, लड़ाई, मुकाबला |
98. | टहलुआ | नौकर, सेवक, खिदमतगार |
99. | टाँग | पाँव, पैर, टंक |
100. | टीका | तिलक, चिह्न, दाग, धब्बा |
101. | टोना | टोटका, जादू, यंत्रमंत्र, लटका |
102. | ठंढ | ठंड, शीत, सरदी |
103. | ठग | छली, धूर्त, धोखेबाज |
104. | ठाँव | स्थान, जगह, ठिकाना |
105. | ठिंगना | बौना, वामन, नाटा |
106. | ठीक | उपयुक्त, उचित, मुनासिब |
107. | ठेठ | निपट, निरा, बिल्कुल |
108. | डंडा | सोंटा, छड़ी, लाठी |
109. | डाली | भेंट, उपहार |
110. | ढब | ढंग, रीति, तरीका, ढर्रा |
111. | ढाँचा | पंजर, ठठरी |
112. | ढील | शिथिलता, सुस्ती, अतत्परता |
113. | ढूँढ | खोज, तलाश, छानबीन |
114. | ढोर | चौपाया, मवेशी |
115. | तरुवर | वृक्ष, पेड़, द्रुम, तरु, विटप, रूंख, पादप |
116. | तलवार | असि, कृपाण, करवाल, खड्ग, चन्द्रहास |
117. | तालाब | सरोवर, जलाशय, सर, पुष्कर, पोखरा, जलवान, सरसी, तड़ाग |
118. | तीर | शर, बाण, विशिख, शिलीमुख, अनी, सायक |
119. | थोड़ा | अल्प, न्यून, जरा, कम |
120. | थाती | जमापूँजी, धरोहर, अमानत |
121. | थाक | ढेर, समूह |
122. | थप्पड़ | तमाचा, झापड़ |
123. | थंभ | खंभ, खंभा, स्तम्भ |
124. | दास | सेवक, नौकर, चाकर, परिचारक, अनुचर, भृत्य, किंकर |
125. | दधि | दही, गोरस, मट्ठा, तक्र |
126. | दरिद्र | निर्धन, ग़रीब, रंक, कंगाल, दीन |
127. | दिन | दिवस, याम, दिवा, वार, प्रमान, वासर, अह्न |
128. | दीन | ग़रीब, दरिद्र, रंक, अकिंचन, निर्धन, कंगाल |
129. | दीपक | दीप, दीया, प्रदीप |
130. | दुःख | पीड़ा,कष्ट, व्यथा, वेदना, संताप, शोक, खेद, पीर, लेश |
131. | दूध | दुग्ध, क्षीर, पय, गौरस, स्तन्य |
132. | दुष्ट | पापी, नीच, दुर्जन, अधम, खल, पामर |
133. | दाँत | दशन, रदन, रद, द्विज, दन्त, मुखखुर |
134. | दर्पण | शीशा, आरसी, आईना, मुकुर |
135. | दुर्गा | चंडिका, भवानी, कुमारी, कल्याणी, महागौरी, कालिका, शिवा, चण्डी, चामुण्डा |
136. | देवता | सुर, देव, अमर, वसु, आदित्य, लेख, अजर, विबुध |
137. | देह | काया, तन, शरीर, वपु, गात |
138. | धन | दौलत, संपत्ति, सम्पदा, वित्त |
139. | धरती | धरा, धरती, वसुधा, ज़मीन, पृथ्वी, भू, भूमि, धरणी, वसुंधरा, अचला, मही, रत्नवती, रत्नगर्भा |
140. | धनुष | चाप्, शरासन, कमान, कोदंड, धनु |
141. | नदी | सरिता, तटिनी, सरि, सारंग, जयमाला, तरंगिणी, दरिया, निर्झरिणी |
142. | नया | नूतन, नव, नवीन, नव्य |
143. | नाव | नौका, तरणी, तरी |
144. | पवन | वायु, हवा, समीर, वात, मारुत, अनिल, पवमान, समीरण, स्पर्शन |
145. | पहाड़ | पर्वत, गिरि, अचल, शैल, धरणीधर, धराधर, नग, भूधर, महीधर |
146. | पक्षी | खेचर, दविज, पतंग, पंछी, खग, चिडिया, गगनचर, पखेरू, विहंग, नभचर |
147. | पति | स्वामी, प्राणाधार, प्राणप्रिय, प्राणेश, आर्यपुत्र |
148. | पत्नी | भार्या, वधू, वामा, अर्धांगिनी, सहधर्मिणी, गृहणी, बहु, वनिता, दारा, जोरू, वामांगिनी |
149. | पुत्र | बेटा, आत्मज, सुत, वत्स, तनुज, तनय, नंदन |
150. | पुत्री | बेटी, आत्मजा, तनूजा, सुता, तनया |
151. | पुष्प | फूल, सुमन, कुसुम, मंजरी, प्रसून, पुहुप |
152. | फूल | पुष्प, सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून |
153. | बादल | मेघ, घन, जलधर, जलद, वारिद, नीरद, सारंग, पयोद, पयोधर |
154. | बालू | रेत, बालुका, सैकत |
155. | बन्दर | वानर, कपि, कपीश, हरि |
156. | बिजली | घनप्रिया, इन्द्र्वज्र, चंचला, सौदामनी, चपला, दामिनी, ताडित, विद्युत |
157. | बगीचा | बाग़, वाटिका, उपवन, उद्यान, फुलवारी, बगिया |
158. | बाण | सर, तीर, सायक, विशिख, शिलीमुख, नाराच |
159. | बाल | कच, केश, चिकुर, चूल |
160. | ब्रह्मा | विधि, विधाता, स्वयंभू, प्रजापति, पितामह, चतुरानन, विरंचि, अज, कर्तार, कमलासन, नाभिजन्म, हिरण्यगर्भ |
161. | बलदेव | बलराम, बलभद्र, हलायुध, राम, मूसली, रोहिणेय, संकर्षण |
162. | बहुत | अनेक, अतीव, अति, बहुल, प्रचुर, अपरिमित, प्रभूत, अपार, अमित, अत्यन्त, असंख्य |
163. | ब्राह्मण | द्विज, भूदेव, विप्र, महीदेव, भूमिसुर, भूमिदेव |
164. | भय | भीति, डर, विभीषिका |
165. | भाई | तात, अनुज, अग्रज, भ्राता, भ्रातृ |
166. | भूषण | जेवर, गहना, आभूषण, अलंकार |
167. | भौंरा | मधुप, मधुकर, द्विरेप, अलि, षट्पद, भृंग, भ्रमर |
168. | मनुष्य | आदमी, नर, मानव, मानुष, मनुज |
169. | मदिरा | शराब, हाला, आसव, मधु, मद |
170. | मोर | केक, कलापी, नीलकंठ, नर्तकप्रिय |
171. | मधु | शहद, रसा, कुसुमासव |
172. | मृग | हिरण, सारंग, कृष्णसार |
173. | मछली | मीन, मत्स्य, जलजीवन, शफरी, मकर |
174. | माता | जननी, माँ, अंबा, जनयत्री, अम्मा |
175. | मित्र | सखा, सहचर, साथी, दोस्त |
176. | यम | सूर्यपुत्र, जीवितेश, श्राद्धदेव, कृतांत, अन्तक, धर्मराज, दण्डधर, कीनाश, यमराज |
177. | यमुना | कालिन्दी, सूर्यसुता, रवितनया, तरणि-तनूजा, तरणिजा, अर्कजा, भानुजा |
178. | युवति | युवती, सुन्दरी, श्यामा, किशोरी, तरुणी, नवयौवना |
179. | रमा | इन्दिरा, हरिप्रिया, श्री, लक्ष्मी, कमला, पद्मा, पद्मासना, समुद्रजा, श्रीभार्गवी, क्षीरोदतनया |
180. | रात | रात्रि, रैन, रजनी, निशा, यामिनी, तमी, निशि, यामा, विभावरी |
181. | राजा | नृप, नृपति, भूपति, नरपति, नृप, भूप, भूपाल, नरेश, महीपति, अवनीपति |
182. | रात्रि | निशा, क्षया, रैन, रात, यामिनी, शर्वरी, तमस्विनी, विभावरी |
183. | रामचन्द्र | अवधेश, सीतापति, राघव, रघुपति, रघुवर, रघुनाथ, रघुराज, रघुवीर, रावणारि, जानकीवल्लभ, कमलेन्द्र, कौशल्यानन्दन |
184. | रावण | दशानन, लंकेश, लंकापति, दशशीश, दशकंध, दैत्येन्द्र |
185. | राधिका | राधा, ब्रजरानी, हरिप्रिया, वृषभानुजा |
186. | लड़का | बालक, शिशु, सुत, किशोर, कुमार |
187. | लड़की | बालिका, कुमारी, सुता, किशोरी, बाला, कन्या |
188. | लक्ष्मी | कमला, पद्मा, रमा, हरिप्रिया, श्री, इंदिरा, पद्मजा, सिन्धुसुता, कमलासना |
189. | लक्ष्मण | लखन, शेषावतार, सौमित्र, रामानुज, शेष |
190. | लौह | अयस, लोहा, सार |
191. | लता | बल्लरी, बल्ली, बेली |
192. | वायु | हवा, पवन, समीर, अनिल, वात, मारुत |
193. | वसन | अम्बर, वस्त्र, परिधान, पट, चीर |
194. | विधवा | अनाथा, पतिहीना, राँड़ |
195. | विष | ज़हर, हलाहल, गरल, कालकूट |
196. | वृक्ष | पेड़, पादप, विटप, तरू, गाछ, दरख्त, शाखी, विटप, द्रुम |
197. | विष्णु | नारायण, दामोदर, पीताम्बर, चक्रपाणी |
198. | विश्व | जगत, जग, भव, संसार, लोक, दुनिया |
199. | विद्युत | चपला, चंचला, दामिनी, सौदामिनी, तड़ित, बीजुरी, घनवल्ली, क्षणप्रभा, करका |
200. | वारिश | वर्षण, वृष्टि, वर्षा, पावस, बरसात |
201. | वीर्य | जीवन, सार, तेज, शुक्र, बीज |
202. | वज्र | कुलिस, पवि, अशनि, दभोलि |
203. | विशाल | विराट, दीर्घ, वृहत, बड़ा, महा, महान |
204. | शिव | भोलेनाथ, शम्भू, त्रिलोचन, महादेव, नीलकंठ, शंकर |
205. | शरीर | देह, तनु, काया, कलेवर, अंग, गात |
206. | शत्रु | रिपु, दुश्मन, अमित्र, वैरी, अरि, विपक्षी, अराति |
207. | शिक्षक | गुरु, अध्यापक, आचार्य, उपाध्याय |
208. | शेर | केहरि, केशरी, वनराज, सिंह, शार्दूल, हरि, मृगराज |
209. | शेषनाग | अहि, नाग, भुजंग, व्याल, उरग, पन्नग, फणीश, सारंग |
210. | शुभ्र | गौर, श्वेत, अमल, वलक्ष, शुक्ल, अवदात |
211. | शहद | पुष्परस, मधु, आसव, रस, मकरन्द |
212. | षंड | हीजड़ा, नपुंसक, नामर्द |
213. | षडानन | षटमुख, कार्तिकेय, षाण्मातुर |
214. | सीता | वैदेही, जानकी, भूमिजा, जनकतनया, जनकनन्दिनी, रामप्रिया |
215. | साँप | अहि, भुजंग, ब्याल, सर्प, नाग, विषधर, उरग, पवनासन |
216. | सूर्य | रवि, सूरज, दिनकर, प्रभाकर, आदित्य, दिनेश, भास्कर, दिनकर, दिवाकर, भानु, अर्क, तरणि,पतंग, आदित्य, सविता, हंस, अंशुमाली, मार्तण्ड |
217. | सोना | स्वर्ण, कंचन, कनक, हेम, कुंदन |
218. | सिंह | केसरी, शेर, महावीर, हरि, मृगपति, वनराज, शार्दूल, नाहर, सारंग, मृगराज |
219. | समुद्र | सागर, पयोधि, उदधि, पारावार, नदीश, जलधि, सिंधु, रत्नाकर, वारिधि |
220. | सम | सर्व, समस्त, सम्पूर्ण, पूर्ण, समग्र, अखिल, निखिल |
221. | समीप | सन्निकट, आसन्न, निकट, पास |
222. | समूह | दल, झुंड, समुदाय, टोली, जत्था, मण्डली, वृंद, गण, पुंज, संघ, समुच्चय |
223. | सभा | अधिवेशन, संगीति, परिषद, बैठक, महासभा |
224. | सुन्दर | कलित, ललाम, मंजुल, रुचिर, चारु, रम्य, मनोहर, सुहावना, चित्ताकर्षक, रमणीक, कमनीय, उत्कृष्ट, उत्तम, सुरम्य |
225. | सन्ध्या | सायंकाल, शाम, साँझ, प्रदोषकाल, गोधूलि |
226. | स्त्री | सुन्दरी, कान्ता, कलत्र, वनिता, नारी, महिला, अबला, ललना, औरत, कामिनी, रमणी |
227. | सुगंधि | सौरभ, सुरभि, महक, खुशबू |
228. | स्वर्ग | सुरलोक, देवलोक, दिव्यधाम, ब्रह्मधाम, द्यौ, परमधाम, त्रिदिव, दयुलोक |
229. | स्वर्ण | सुवर्ण, कंचन, हेन, हारक, जातरूप, सोना, तामरस, हिरण्य |
230. | सरस्वती | गिरा, शारदा, भारती, वीणापाणि, विमला, वागीश, वागेश्वरी |
231. | सहेली | आली, सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्री |
232. | संसार | लोक, जग, जहान, जगत, विश्व, दुनिया |
233. | हस्त | हाथ, कर, पाणि, बाहु, भुजा |
234. | हिमालय | हिमगिरी, हिमाचल, गिरिराज, पर्वतराज, नगेश |
235. | हिरण | सुरभी, कुरग, मृग, सारंग, हिरन |
236. | होंठ | अक्षर, ओष्ठ, ओंठ |
237. | हनुमान | पवनसुत, पवनकुमार, महावीर, रामदूत, मारुततनय, अंजनीपुत्र, आंजनेय, कपीश्वर, केशरीनंदन, बजरंगबली, मारुति |
238. | हिमांशु | हिमकर, निशाकर, क्षपानाथ, चन्द्रमा, चन्द्र, निशिपति |
239. | हंस | कलकंठ, मराल, सिपपक्ष, मानसौक |
240. | हृदय | छाती, वक्ष, वक्षस्थल, हिय, उर |
241. | हाथ | हस्त, कर, पाणि |
242. | हाथी | नाग, हस्ती, राज, कुंजर, कूम्भा, मतंग, वारण, गज, द्विप, करी, मदकल |
Share With Your Mates:-
Share on facebook
Facebook
Share on twitter
Twitter
Share on linkedin
LinkedIn
Share on telegram
Telegram
Share on whatsapp
WhatsApp
Share on email
Email