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सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया का उदाहरण | Sakarmak kriya or Akarmak kriya

सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया की परिभाषा भेद एवं उदाहरण – आज हम इस पोस्ट में सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया का बारे में विस्तार पढ़ेंगे। इसमें हम सकर्मक क्रिया की परिभाषा और अकर्मक क्रिया की परिभाषा, सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया में अंतर एवं सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया के उदाहरणों को पढ़ेंगे  इस टॉपिक से सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।  हम यहां पर सकर्मक क्रिया (Sakarmak Kriya) और अकर्मक क्रिया ( Akarmak Kriya) के सभी भेदों/प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेके आए है। Hindi में क्रिया ( kriya) से संबंधित बहुत सारे प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं और राज्य एवं केंद्र स्तरीय बोर्ड की सभी परीक्षाओं में यहां से questions पूछे जाते है।  क्रिया इन हिंदी के बारे में उदाहरणों सहित इस पोस्ट में सम्पूर्ण जानकारी दी गई है।  तो चलिए शुरू करते है

1. सकर्मक क्रिया की परिभाषा – 

जिस क्रिया के व्यापार (कार्य) का फल कर्ता को छोड़कर कर्म पर पड़ता हैवह सकर्मक क्रिया कहलाती हैइन क्रियाओं में कर्म अवश्य होता है
जैसे – मोहन ने खाना खाया• सीता ने पत्र पढ़ा

इन दोनों वाक्यों में ‘खाया’ और लिखा’ शब्दों का फल मोहन और सीता पर न पड़कर ‘खाना’ और पत्र’ पर पड़ रहा हैअतः ये दोनों सकर्मक क्रियाएँ हैंअन्य उदाहरण- • अनुराग ने फल खरीदे

✦ राम ने रावण को मारा।
✦ बच्चे सीरियल देख रहे हैं।
✦ बालिका निबन्ध लिख रही है।
✦ डॉक्टर बीमारी दूर करता है।

जब किसी वाक्य में कर्ता, क्रिया और कर्म तीनों उपस्थित हों, तो वहां सकर्मक क्रिया होती है। जैसे-
✦ राम ने आम खाया।

इस वाक्य में राम कर्ता है, खाया किया है और आम यहां पर कर्म है। किंतु यह कौन सी क्रिया है सकर्मक या अकर्मक ? क्योंकि इस वाक्य में कर्ता क्रिया और कर्म तीनी उपस्थित हैं तो यहाँ पर सकर्मक क्रिया है
जैसे:-
✦ श्याम आम खाता है।
✦ नेहा खाना पकाती है।
✦ मनीषा कविता सुना रही है। 
✦ चिराग चाय पी रहा है। 
✦ श्याम टी.वी. देख रहा है।
उपर्युक्त वाक्यों में खाना, पीना, सुनना, देखना , पकाना आदि क्रियाओ का फल इनके कर्ता पर न पढ़कर, इनके कर्म (आम, कविता, टीवी, खाना) पर पड़ रहा है। अतः ये सकर्मक क्रिया है। 

सकर्मक क्रिया के भेद-
1. पूर्ण सकर्मक क्रिया 
2.  पूर्ण एककर्मक क्रिया 

1. पूर्ण सकर्मक – जो क्रियाएँ कर्म के साथ जुड़कर पूरा अर्थ प्रदान करती हैं पूर्ण सकर्मक कहलाती हैं।
जैसे- 
✦ श्याम पुस्तक पढ़ता है। 
✦ राधा खाना खाती है। 

2.  पूर्ण एककर्मक – 

जो क्रिया एक कर्म के साथ जुड़कर पूरा अर्थ प्रदान करती हैंवह पूर्ण एककर्मक क्रिया कहलाती हैएक ही कर्म होने के कारण इसे ‘एक कर्मक’ तथा पूर्ण अर्थ प्रदान करने में सक्षम होने के कारण ‘पूर्ण’ कहा जाता है
जैसे-
✦ वाल्मीकि ने रामायण लिखी।
✦ राजू ने टी.वीखरीदा।
✦ मैंने फिल्म देखी।

विशेष  किसी वाक्य में यदि ‘देना ‘ क्रिया का प्रयोग हो रहा और वहां ‘दान‘ की भावना हो तो जिसको दान दिया जाता है वह ‘सम्प्रदान’ करक होता है। अतः ऐसे वाक्यों में द्विकर्मक क्रिया न मानकर एककर्मक क्रिया मानी जाती है।
जैसे –
✦ रोहन ने मोहन को कपड़े दिए। 
✦ राजा ने भिखारी को सोने के सिक्के दिए।
✦ मोनू ने सोनू को पांच सौ रुपये दिए। 
✦ सेठ ने ब्राह्मण को धन  दिया। 
 यदि देने में दान की भावना न होकर ‘दंड’ या ‘सजा ‘ की भावना हो, तो वहां द्विकर्मक क्रिया मानी जाती है। 

जैसे- 
✦ शिक्षक ने विद्यार्थी को दंड दिया। 

2. अकर्मक क्रिया की परिभाषा – 

जिन क्रियाओं में कोई कर्म नहीं होता और उनके व्यापार (कार्य) का फल कर्त्ता पर ही पड़ता है, वे ‘अकर्मक क्रियाएँ’ कहलाती हैं।
जैसे-
✦ मोहन खेलता है। बन्दर आया।

अकर्मक क्रिया के उदाहरण | Akarmak Kriya Ke Udaharan

✦ पूजा नाचती है। 
✦ बच्चा हँसता है। 
✦ राघव सोता है। 
✦ घोड़ा दौड़ता है। 
✦ चोर भाग रहा है। 
उपर्युक्त वाक्यों में कर्म का प्रयोग नहीं हुआ है फिर भी वाक्य का पूर्ण  भाव स्पष्ट हो रहा है 
अतः इन वाक्यों में प्रयुक्त सभी क्रियाएं अकर्मक है। 

क्रिया के अकर्मक एवं सकर्मक रूप की पहचान करना –

क्रिया के अकर्मक एवं सकर्मक रूप की पहचान करने के लिए वाक्य के क्रिया रूप से पहले ‘क्या’ शब्द लिखकर प्रश्न करने पर यदि वहाँ ‘क्या’ कोई उत्तर दिया जा सकता है तो क्रिया हमेशा ‘सकर्मक’ मानी जाती है तथा यदि ‘क्या’ का कोई भी उतर नहीं दिया जाता है तो वहाँ ‘अकर्मक क्रिया’ मानी जाती है। 

सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया में अंतर :-

सकर्मक क्रियाअकर्मक क्रिया
इस क्रिया में कर्ता, क्रिया और कर्म तिनो उपस्थित होते हैं।इस क्रिया में कर्ता और क्रिया तो होते हैं, लेकिन कर्म नहीं होता है।
इसमें कर्ता द्वारा किए गये कार्य से कोई दूसरी चीज प्रभावित होती हैं।इसमें कर्ता द्वारा किये गए कार्य से किसी चीज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
उदाहरण- राहुल क्रिकेट खेलता हैसंजय पड़ता है।
Sakarmak kriya or Akarmak kriya

सकर्मक क्रिया के उदाहरण | Sakarmak Kriya Ke Udaharan

✦ सीता खाना खाती है।
✦ रोहन चाय बनाता है।
✦ राहुल साईकिल चलाता है।
✦ रामू स्कूल जाता है।
✦ दिव्या रोटी बनाती है।
✦ राम खाना खाता है।
✦ सचिन फुटबॉल मैच खेलता है।

अकर्मक क्रिया के उदाहरण | Akarmak Kriya Ke Udaharan

✦ मेरा भाई सो रहा है।
✦ साँप रेंगता है।
✦ रेलगाड़ी चलती है।
✦ मीरा डर गई है।
✦ दुल्हन शर्मा आ रही है।
✦ यह साइकिल चलती है।
✦ बालक सोता है।
✦ बच्चा रोता है।

यह भी पढ़े – क्रिया

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