परिभाषा – क्रिया के जिस रूप से बीते हुए समय का पता चलता है , उसे भूतकाल कहते है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में था , थे , थी आदि शब्द आते है , भूतकाल कहलाता है ।
भूतकाल के उदाहरण –
- राम जयपुर गया था ।
- सीता ने खाना पकाया था ।
- राधा खेल रही थी ।
- अध्यापक पढ़ा रहा था ।
- हम सब खेलते थे ।
- राम पुस्तक पढ़ता था ।
- रीता भोजन करती थी ।
- राम सो रहा था ।
- शिवा खेल रहा था ।
( उपर्युक्त वाक्य के अंत में था , थी , थी आदि शब्द है , अतः ये भूतकाल के उदाहरण है । )
भूतकाल के भेद –
भूतकाल के मुख्यतः छः भेद होते है -
- सामान्य भूतकाल
- आसन्न भूतकाल
- अपूर्ण भूतकाल
- पूर्ण भूतकाल
- संदिग्ध भूतकाल
- हेतुहेतुमद भूतकाल
- सामान्य भूतकाल – क्रिया के जिस रूप से यह पता चलता है कि काम बीते हुए समय में पूरा हो गया है तथा जिस काल से क्रिया के सामान्य रूप में समाप्त होने का पता चलता है , उसे सामान्य भूतकाल कहते है ।
पहचान – वाक्य के अंत में या , ई , आ , ए आदि हो , तो वाक्य सामान्य भूतकाल के होते है ।
उदाहरण –
- सीता ने खाना पकाया ।
- राम ने खाना खाया ।
- राधा ने गाना गाया ।
- राम ने शेर देखा ।
- मोहन जयपुर गया ।
- सीमा ने पूजा की ।
2. आसन्न भूतकाल – आसन्न का अर्थ है – निकट , आसन्न भूतकाल का मतलब है – निकट भूत में कार्य का पूर्ण होना ।
क्रिया के जिस रूप से क्रिया के अभी – अभी समाप्त होने का पता चलता है , उसे आसन्न भूतकाल कहते है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में या है , ए है , ई है आदि हो , उसे आसन्न भूतकाल कहते है ।
उदाहरण –
- राम ने खाना खाया है ।
- श्याम ने अभी – अभी चाय पी है ।
- राधा ने हाल ही में काम किया है ।
- रानी जयपुर गयी है ।
- हम सब बाजार गये है ।
- वह अभी – अभी घर आया है ।
- राम अभी – अभी नहाया है ।
3. पूर्ण भूतकाल – क्रिया के जिस रूप से पता चले कि कार्य भूतकाल में बहुत समय पहले समाप्त हो चुका था , उसे पूर्ण भूतकाल कहते है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में था , थी , थे आदि शब्द आते है , पूर्ण भूतकाल वाक्य कहलाते है ।
उदाहरण –
- राम खाना खा चुका था ।
- सीता गाना गा चुकी थी ।
- राम बाहर जा चुका था ।
- सीमा खाना पका चुकी थी ।
- वह सो चुका था ।
- राम खेल चुका था ।
4. अपूर्ण भूतकाल – क्रिया के जिस रूप से पता चले कि कार्य भूतकाल में प्रारंभ हो चुका था , चल रहा था ,किंतु काम पूरा नही हुआ था , जारी था , उसे अपूर्ण भूतकाल कहते है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में ता था , ती थी , ते थे , रहा था , रही थी , रहे थे आदि शब्द आये तो वाक्य , अपूर्ण भूतकाल के कहलाते है ।
उदाहरण –
- रोहन खाना खा रहा था ।
- राम पुस्तक पढ़ता था ।
- सीता गाना गा रही थी ।
- वह खेल रहा था ।
- हम सब बाजार जा रहे थे ।
- हम सब खेलते थे ।
- राम सो रहा था ।
- राम रो रहा था ।
5. संदिग्ध भूतकाल – क्रिया के जिस रूप से भूतकाल में कार्य होने पर संदेह हो , उसे संदिग्ध भूतकाल कहते है ।
अर्थात – क्रिया के जिस रूप से संदेह बना हो कि कार्य अभी पूरा हुआ है या नहीं , वहाँ संदिग्ध भूतकाल होता है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में या होगा , ई होगी , ए होंगे आदि शब्द आते है , वे वाक्य संदिग्ध भूतकाल के कहलाते है ।
उदाहरण –
- राम जयपुर गया होगा ।
- राधा खाना पका रही होगी।
- सब बच्चे बाहर खेल रहे होंगे ।
- राधा ने गाना गाया होगा ।
- राम ने कहानी सुनाई होगी ।
- राम ने गीत गाया होगा ।
- सीमा ने खाना बनाया होगा ।
6. हेतुहेतुमद भूतकाल – क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि कार्य भूतकाल में हो सकता था , परंतु किसी अन्य कार्य के हो सकने या ना हो सकने के कारण ( हेतु ) के कार्य हो सका या ना हो सका , उसे हेतुहेतुमद भूतकाल कहते है ।
पहचान – सामान्यतः ये वाक्य शर्त पर आधारित होते है या जिन वाक्यों में ” होता …………. तो ” आदि हो तो वाक्य हेतुहेतुमद भूतकाल का होता है ।
उदाहरण –
- यदि तुम मेहनत करते तो अवश्य सफल होते ।
- यदि बारिश होती तो सर्दी हो जाती ।
- यदि लड़ाई होती तो चोट लग जाती ।
- यदि तुम परिश्रम करते तो अच्छी फसल होती ।
- यदि तुम जल्दी तैयार हो जाते तो घूमने जाते ।