परिभाषा – क्रिया के जिस रूप से कार्य के वर्तमान समय में होने का ज्ञान हो , उसे वर्तमान काल कहते है। ( जो समय अभी चल रहा है , उसे वर्तमान काल कहते है । )
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में है , हैंं , हूँ , हो आदि शब्द आते है , वे वाक्य वर्तमान काल के होते है ।
वर्तमान काल के उदाहरण –
- राम बाजार जाता है ।
- सीता गाना गाती है ।
- राम पढ़ रहा है ।
- मैंं खाना खा रही हूँ ।
- राधा खेल रही हैंं।
( उपर्युक्त वाक्यों में , वाक्य के अंत में है , हूँ , हैं आदि है , अतः ये वर्तमान काल के उदाहरण है । )
वर्तमान काल के भेद –
वर्तमान काल के मुख्यतः पाँच भेद होते है –
- सामान्य वर्तमान काल
- अपूर्ण वर्तमान काल / तत्कालिक वर्तमान काल
- पूर्ण वर्तमान काल
- संदिग्ध वर्तमान काल
- संभाव्य वर्तमान काल
- सामान्य वर्तमान काल –क्रिया के जिस रूप से वर्तमान समय में किसी कार्य के सामान्य रूप से होने का बोध हो , उसे सामान्य वर्तमान काल कहते है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में ता है , ती है , ते है आदि शब्द आते है , वे सामान्य वर्तमान काल के वाक्य होते है ।
उदाहरण –
- मैंं पढ़ती हूँ ।
- राम खाना खाता है ।
- सीता खाना पकाती है ।
- वह जल्दी उठती है ।
- रोहन विद्यालय जाता है ।
- सीता गाना गाती है ।
- हम सब खेलते है ।
( उपर्युक्त वाक्यों के अंत में ता है , ती हूँ , ते है आदि शब्द है , अतः ये सामान्य वर्तमान काल के उदाहरण है। )
2. अपूर्ण वर्तमान काल – क्रिया के जिस रूप से यह पता चले की कार्य वर्तमान काल में शुरु हो गया है , लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ अर्थात अभी भी जारी है । उसे अपूर्ण वर्तमान काल कहते है ।
अर्थात , क्रिया के जिस रूप से कार्य के लगातार होने का पता चलता है , अपूर्ण वर्तमान काल कहलाता है
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में रहा है , रही है , रहे है आदि शब्द आते है वह अपूर्ण वर्तमान काल कहलाता है ।
उदाहरण –
- राम खेल रहा है ।
- राहुल स्कूल जा रहा है ।
- सीता खाना पका रही है ।
- बच्चे खेल रहे है ।
- रीता गाना गा रही है ।
- राधा नाच रही है ।
- बगीचे बाहर खेल रहे है ।
- हम सब खाना खा रहे है ।
( उपर्युक्त वाक्यों में वाक्य के अंत में रहा है , रही है , रहे है आदि शब्द है , अतः ये अपूर्ण वर्तमान काल के उदाहरण है । )
3. पूर्ण वर्तमान काल – क्रिया के जिस रूप से कार्य के अभी - अभी पूर्ण होने का पता लगता है , उसे पूर्ण वर्तमान काल कहते है ।
अर्थात , क्रिया के जिस रूप से कार्य के अभी अभी समाप्त होने का ज्ञान होता है , पूर्ण वर्तमान काल कहलाता है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में चुका है , चुकी है , चुके है , या है , ये है , आ है आदि शब्द आते है , वे पूर्ण वर्तमान काल कहलाते है ।
उदाहरण –
- राम खाना खा चुका है ।
- मैं खाना खा चुका हूँ ।
- राम ने खाना खाया है ।
- मैंने राम को खाना भेजा है ।
- पुलिस जा चुकी है ।
- ममता अभी गई है ।
- वह अभी खेल के गया है।
- मैं अभी कॉलेज गया है।
- राम सो चुका है ।
( उपर्युक्त वाक्यों के अंत में चुका है , चुकी है , या है , ई है , जा है आदि शब्द है , अतः ये पूर्ण वर्तमान काल के उदाहरण है । )
4. संदिग्ध वर्तमान काल – क्रिया के जिस रूप से वर्तमान में कार्य के होने में संदेह पाया जाए , उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते है ।
अर्थात , क्रिया के जिस रूप के द्वारा कार्य के वर्तमान काल में होने या करने में अनिश्चय का बोध हो , उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते है ।
उदाहरण –
- राम खाना खाता होगा ।
- बच्चा रोता होगा ।
- राम पढ़ता होगा ।
- राम बाहर काम कर करता होगा ।
- राम मैदान में खेलता होगा ।
- बच्चे क्रिकेट खेलते होंगे ।
( उपर्युक्त वाक्यों के अंत में ता होगा , ती होगी , ते होंगे आदि शब्द है , अतः ये संदिग्ध वर्तमान काल के उदाहरण है । )
5. संभाव्य वर्तमान काल – जिन वाक्यों में वर्तमान काल में कार्य के पूरे होने की संभावना होती है , उसे संभाव्य वर्तमान काल कहते है ।
- क्रिया के जिस रूप से वर्तमान में कार्य होने की संभावना रहती है , उसे संभाव्य वर्तमान काल कहते है ।
पहचान – जिन वाक्यों के अंत में ता हो , ती हो , या हो , ई हो आदि शब्द आते है , संभाव्य वर्तमान काल कहते है ।
उदाहरण – राम खाना खाता होगा ।
- श्याम आया हो ।
- नौकर आया हो ।
- शायद राम गाना गाता हो ।
- वह चलता हो ।
- कोई हमारी बात न सुनता हो ।
- सीता बाहर गई हो ।
- सीता गाना सुनती हो ।
( उपर्युक्त वाक्यों के अंत में या हो , ता हो , ती हो , ई हो आदि शब्द है , अतः यह संभाव्य वर्तमान काल के उदाहरण है । )