अपूर्ण विराम चिन्ह की परिभाषा और उदाहरण | Apurna Viram Chinh in hindi – हिंदी भाषा हमारी मातृभाषा है। हिंदी भाषा को लिखते हुए हम बहुत सारे चिन्हों का प्रयोग करते हैं जैसे:- पूर्ण विराम चिन्ह, अपूर्ण विराम चिन्ह, अल्प विराम चिन्ह विराम आदि। इस लेख हम अपूर्ण विराम चिन्ह किसे कहते है। अपूर्ण विराम चिन्ह के प्रयोग एवं अपूर्ण विराम के उदाहरण के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं। तो इस लेख की मदद से, आप आज इस विषय को बेहतर तरीके से जान पाएंगे। तो चलिए लेख शुरू करते हैं-
अपूर्ण विराम (:) किसे कहते है?
अपूर्ण विराम ( : ) की परिभाषा – इसे कोलन भी कहा जाता है।
जब किसी शब्द को अलग दर्शना हो तो वहां उप विराम (अपूर्ण विराम) (:) का प्रयोग किया जाता है।
अर्थात जहाँ वाक्य पूरा नहीं होता, बल्कि किसी वस्तु अथवा विषय के बारे में बताया जाता है, तो वहाँ पर अपूर्ण विराम-चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
समानाधिकरण उपवाक्यों की बीच जब कोई संयोजक चिन्ह नहीं हो –
जैसे –
✦ छोटा सवाल : बड़ा सवाल
✦ परमाणु विस्फोट : मानव जाति का भविष्य
कथोपकथन में, कहे हुए वाक्य के पूर्व, उदाहरण देने के लिए अर्थात शब्दों के स्थान पर –
जैसे –
✦ उसने कहा : आओ।
✦ जीवन के तीन लक्ष्य है : श्रम, उदाहरणऔर संतोष।
अपूर्ण विराम चिन्ह के उदाहरण
✦ विज्ञानसवाल : बड़ा सवाल
✦ परमाणु विस्फोट : मानव जाति का भविष्य
✦ कामायनी : एक अध्ययन।
✦ विज्ञान : वरदान या अभिशाप
Frequently Asked Questions (FAQ)
Q.1 अपूर्ण विराम चिन्ह कौन सा है?
Ans अपूर्ण विराम (उप विराम) (:) – जब किसी शब्द को अलग दर्शना हो तो वहां उप विराम (अपूर्ण विराम) (:) का प्रयोग किया जाता है। जैसे – कृष्ण के अनेक नाम है : श्याम, गोपाल, माधव आदि।