प्रत्यय की परिभाषा, भेद और इसके उदाहरण | Pratyay in Hindi Grammar
प्रत्यय का शाब्दिक अर्थ है – ” प्रति + अय “। प्रति का अर्थ ‘साथ में ‘, पर बाद में होता है, तथा अय का अर्थ होता है ‘चलने वाला । इस प्रकार प्रत्यय का अर्थ हुआ – शब्दों के साथ , पर बाद में चलनेवाला या लगनेवाला शब्दांश।
प्रत्यय की परिभाषा –
वे शब्दांश जो किसी सार्थक शब्द के परे प्रयुक्त होकर अर्थ परिवर्तन की दिशाओं को प्रभावित करते है , उन्हें प्रत्यय कहते है।
✦ मूल शब्द के बाद लगने वाले शब्दांश को प्रत्यय कहते है।
✦ प्रत्यय लगाने से शब्द का अर्थ बदल भी सकता है और नहीं भी अथवा आंशिक परिवर्तन भी हो सकता है , क्योंकि ‘प्रत्ययों का प्रयोग नए शब्द निर्माण ‘ में किया जाता है फलस्वरूप नए शब्दों की प्रकृति से ही अर्थ का निर्धारण किया जाता है।
✦ प्रत्यय का प्रयोग भी उपसर्ग की तरह स्वतंत्र नहीं होता है।
✦ प्रत्यय हमेशा अविकारी शब्दों के साथ जुड़ते है।
✦ प्रत्यय अव्यय के स्वरूप होते है क्योंकि इनका रूप लिंग, वचन , काल तथा करक के आधार पर नहीं बदलता है।
उदाहरण: –
✦ चालक ( चल + अक ) – अक प्रत्यय
✦ दुकानदार ( दुकान + दार ) – दार प्रत्यय
✦ चायवाला ( चाय + वाला ) -दयालु प्रत्यय
✦ दयालु ( दया + आलु ) – दयालु प्रत्यय
प्रत्यय के प्रकार –
1 . कृत प्रत्यय
2 . तद्धित प्रत्यय
1 . कृत प्रत्यय:-
कृत प्रत्यय धातु या क्रिया के अंत में लगते है और उनसे निर्मित शब्दों को ‘कृदंत ‘ ( कृत + अंत ) कहते है।
कृत प्रत्यय के भेद –
कृत प्रत्यय पांच प्रकार के होते है।
1 . कर्तृवाचक कृत प्रत्यय
2 . कर्मवाचक कृत प्रत्यय
3 . करणवाचक कृत प्रत्यय
4 . भाववाचक कृत प्रत्यय
5 . विशेषणवाचक कृत प्रत्यय
1 . कर्तृवाचक कृत प्रत्यय – वे कृत प्रत्यय जो धातु के अंत में लग कर कर्त्ता का बोध कराने वाले शब्दों का निर्माण करते है , कर्तृवाचक कृत प्रत्यय कहलाते है।
| धातु | प्रत्यय | कृदंत | ||
| चला ( ना ) | अक | चालक | ||
| जात | अक | जातक | ||
| पाठ | अक | पाठक | ||
| घात | अक | घातक | ||
| लिख | अक | लेखक | ||
| घाल | अक | घालक | ||
| पाल | अक | पालक | ||
| नाय | अक | नायक | ||
| तार | अक | तारक | ||
| कार | अक | कारक | ||
| पाव | अक | पावक | ||
| धार | अक | धारक | ||
| चाल | आक | चालाक | ||
| तैर | आक | तैराक | ||
| पैर | आक | पैराक | ||
| उड़ | आकू | उड़ाकू | ||
| लड़ | आकू | लड़ाकू | ||
| पढ़ | आकू | पढ़ाकू | ||
| जड़ | इया | जड़िया | ||
| धुन | इया | धुनिया | ||
| लख | इया | लखिया | ||
| नियार | इया | नियारिया | ||
| कमा | एरा | कमेरा | ||
| लूट | एरा | लूटेरा | ||
| बस | एरा | बसेरा | ||
| चाल | आक | चालाक | ||
| तैर | आक | तैराक | ||
| बस | एरा | बसेरा | ||
| बुझ ( ना ) | अक्कड़ | बुझक्कड़ | ||
| कूद (ना ) | अक्कड़ | कुड़क्कड़ | ||
| पी (ना ) | अक्कड़ | पियक्कड़ | ||
| भूल (ना ) | अक्कड़ | भुलक्क़ड | ||
| घूम ( ना ) | अक्कड़ | घुमक्कड़ | ||
| नाच ( ना ) | अक्कड़ | नचक्कड़ | ||
| काट (ना ) | ऐया (वैया ) | कटैया | ||
| परोस (ना ) | ऐया (वैया ) | परोसैया | ||
| बजा (ना ) | ऐया (वैया ) | बजैया | ||
| गा (ना ) | ऐया (वैया ) | गवैया | ||
| भर (ना ) | ऐया (वैया ) | भरैया | ||
| रख (ना ) | ऐया (वैया ) | रखैया | ||
| खे ( ना ) | ऐया (वैया ) | खिवैया | ||
| रच (ना ) | ऐया (वैया ) | रचैया | ||
| भाग (ना ) | ओड़ा | भगोड़ा | ||
| हंस (ना ) | ओड़ा | हंसोड़ा | ||
| लड़ (ना) | ऐत | लड़ैत | ||
| चढ़ (ना ) | ऐत | चढ़ैत | ||
| फेंक (ना ) | ऐत | फिकैत | ||
| श्रो | ता | श्रोता | ||
| दा | ता | दाता | ||
| त्रा | ता | त्राता | ||
| ध्यान | ता | ध्याता | ||
| ज्ञा | ता | ज्ञाता | ||
| पालन | हार | पालनहार | ||
| तार (ना ) | हार | तारनहार | ||
| चाखन | हार | चाखनहार | ||
| मरन | हार | मरनहार | ||
| टूटन | हार | टूटनहार | ||
| जा (ना ) | वाला | जाने वाला | ||
| रोक (ना ) | वाला | रोकने वाला | ||
| खा (ना ) | वाला | खाने वाला | ||
| पढ़ (ना ) | वाला | पढ़ने वाला | ||
| दिख (ना ) | वाला | दिखने वाला | ||
| हँस (ना ) | वाला | हँसने वाला | ||
| बोल (ना ) | वाला | बोलने वाला | ||
| लिख ( ना ) | वाला | लिखने वाला | ||
| दे (ना ) | वाला | देने वाला |