सर्वनाम का अर्थ – सभी का नाम,
सर्वनाम की परिभाषा:- “जो शब्द संज्ञा के लिए प्रयोग होते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं।”
अर्थात् किसी वाक्य में एक ही शब्द कि बार-बार पुनरावृति न हो इसके लिए संज्ञा के स्थान पर जिन शब्दो का प्रयोग किया जाता है उन्हें सर्वनाम कहते हैं।
सर्वनाम संज्ञा की पुनरावृत्ति को रोककर वाक्यों को प्रभावशाली बनता हैं।
जैसे — मैं, कोई, कौन, उन्हें, उन्होंने, तुम, हम, आप, यह, वे, वह, उसका, उसके आदि।
उदाहरण-
– संजय जयपुर जाता है।
– वह वहां नौकरी करता है।
– सीमा विद्यालय जाती है।
– वह वहां पढ़ती है।
सर्वनाम के भेद ( Kinds of Pronoun )
सर्वनाम के 6 भेद होते हैं
( 1 ) पुरुषवाचक सर्वनाम ( Personal Pronoun )
( 2 ) निश्चयवाचक सर्वनाम ( Definite Pronoun )
( 3 ) अनिश्चयवाचक सर्वनाम ( Indefinite Pronoun )
( 4 ) संबंधवाचक सर्वनाम ( Relative Pronoun )
( 5 ) प्रश्नवाचक सर्वनाम ( Interrogative Pronoun )
( 6 ) निजवाचक सर्वनाम ( Reflexive Pronoun
( 1 ) पुरुषवाचक सर्वनाम ( Personal Pronoun ) —
वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति अपने लिए सुनने वाले के लिए या किसी अन्य के लिए करता है , उन्हें ‘ पुरुषवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं।
जैसे:- मैं, तुम, आप, हम, हमें, वह, वे आदि।
उदाहरण-
( क ) मैं जयपुर रहता हूं।
( ख ) तुम कहां रहते हो।
( ग ) वे कौन है।
पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद हैं-
( क ) उत्तम पुरुष
( ख ) मध्यम पुरुष
( ग ) अन्य पुरुष
( क ) उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम ( First Person ) – बोलने वाला व्यक्ति जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग अपने लिए करता है , उन्हें ‘ उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं।
जैसे — मैं , मेरा , हम , हमारा, हमे , मुझे , मुझको आदि।
( ख ) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम ( Second Person ) – बोलने वाला व्यक्ति जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग सुनने वाले के लिए करता है, उन्हें ‘ मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं ।
जैसे – तू, तुम, तुमने, तुमसे, तुम्हारा, आप, आपको, आपके आदि।
( ग ) अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम ( Third Person ) – जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बोलने वाला, लिखने वाला, पढ़ने वाला और सुनने वाला किसी अन्य व्यक्ति के लिए करता है , उन्हें ‘ अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं।
जैसे – वह, वे, यह, ये, उनका, उन्होंने, उसे, उसका, उन्हें आदि।
( 2 ) निश्चयवाचक सर्वनाम ( Definite Pronoun ) – जिन सर्वनाम शब्दों से निकट या दूर स्थित निश्चित वस्तुओं , व्यक्तियों या प्राणियों का बोध हो , उन्हें ‘निश्चयवाचक सर्वनाम‘ कहते हैं।
जैसे :- यह, वह, ये।
उदाहरण-
( क ) यह रामू का घर है।
( ख ) वह अंजलि है।
( ग ) इन्होंने आपको बुलाया था।
इन वाक्यों में यह, वह और इन्होंने निश्चयवाचक सर्वनाम हैं।
( 3 ) अनिश्चयवाचक सर्वनाम ( Indefinite Pronoun ) — वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग किसी अनिश्चित व्यक्ति , वस्तु अथवा प्राणी आदि के लिए किया जाता है , उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं।
जैसे: – कुछ, किसी, कोई।
उदाहरण-
( क ) कोई आ रहा है।
( ख ) किसी के साथ बाजार चले जाना।
( ग ) सीमा कुछ खा रही है।
इन वाक्यों में कोई , किसी और कुछ शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम हैं।
( 4 ) संबंधवाचक सर्वनाम ( Relative Pronoun ) – जो सर्वनाम शब्द वाक्य के दूसरे संज्ञा या सर्वनाम शब्दों से संबंध बताते हैं , उन्हें ‘ संबंधवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं।
जैसे:- जैसे – जैसा – वैसा, जितना – उतना, जिसकी – उसकी
उदाहरण –
( क ) जिसकी लाठी उसकी भैंस।
( ख ) जो करेगा, सो भरेगा।
( ग ) उतना खर्च करो जितना कमाओ।
इन वाक्यों में जिसकी , उसकी , जो , सो , उतना , जितना शब्द संबंधवाचक सर्वनाम हैं।
( 5 ) प्रश्नवाचक सर्वनाम ( Interrogative Pronoun ) – ऐसे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है , उन्हें ‘ प्रश्नवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं।
जैसे :- कौन, क्या, कब, कहॉं, किसकी आदि।
उदाहरण –
( क ) दरवाजा कौन खटखटा रहा है ?
( ख ) तुम्हारे हाथ में क्या है ?
( ग ) तुम्हें किसने बुलाया है ?
इन वाक्यों में कौन , क्या , किसने प्रश्नवाचक सर्वनाम हैं।
( 6 ) निजवाचक सर्वनाम ( Reflexive Pronoun ) – जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बोलने वाला अपने लिए करता है , उन्हें ‘ निजवाचक सर्वनाम ‘ कहते हैं।
जैसे :- स्वंय,खुद,आप,अपना आदि।
उदाहरण –
( क ) मैं अपना खाना क्यों बनाता हूं।
( ख ) मैं यह काम स्वयं कर लूंगा ।
( ग ) वे खुद सामान खरीद लाएंगे ।
( घ ) वह अपने को सुधार रहा है।
( ड़ ) तुम अपनी पुस्तक स्वयं पढ़ो।
इन वाक्यों में अपने आप , स्वयं और खुद शब्द निजवाचक सर्वनाम हैं । ये शब्द कर्ता के लिए प्रयोग हो रहे हैं।
‘ आप ‘ शब्द का प्रयोग पुरुषवाचक सर्वनाम और निजवाचक सर्वनाम दोनों रूपों में होता हैं।
सर्वनामों की रूप – रचना ( Transformation of Pronouns )
कारक – चिह्न जिस प्रकार संज्ञा शब्दों का रूप परिवर्तन करते हैं उसी प्रकार सर्वनामों के रूप में भी वचन और कारक के कारण विकार आ जाता है।
- सर्वनाम शब्दों पर लिंग का कोई प्रभाव नहीं पड़ता । जो प्रभाव वाक्य में दिखाई देता है । वह क्रिया – शब्दो से स्पष्ट होता है।
- सर्वनाम शब्दों की रूप – रचना में ‘ संबोधन ‘ नहीं होता।
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम – ‘ मैं’
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्त्ता | मैं/मैंने | हम/हमने |
कर्म | मुझे/मुझको | हमे/हमको |
करण | मुझसे/ मेरे द्वारा | हमसे/हमारे द्वारा |
सम्प्रदान | मेरे लिए/मुझे/मुझको | हमारे लिए/हमको/हमें |
अपादान | मुझसे ( अलगाव ) | हमसे ( अलगाव ) |
सम्बन्ध | मेरा /मेरी/मेरे | हमारा/हमारी/हमारे |
अधिकरण | मुझमे/मुझ पर | हममे/हम पर |
मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम – ‘ तू ‘
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्त्ता | वह/उसने | वे/उन्होंने |
कर्म | उसे/उसको | उन्हें/उनको |
करण | उससे/उसके द्वारा | उनसे/उनके द्वारा |
सम्प्रदान | उसके लिए/उसको | उनके लिए/उनको |
अपादान | उससे ( अलगाव ) | उनसे ( अलगाव ) |
सम्बन्ध | उसका/उसके/उसकी | उनका/उनके/उनकी |
अधिकरण | उसमे/उस पर | उनमे/उन पर |
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्त्ता | यह/इसने | ये/इन्होंने |
कर्म | इसे/इसको | इन्हें /इनको |
करण | इससे | इनसे |
सम्प्रदान | इसे/इसको/इसके लिए | इन्हे/इनको/इसके लिए |
अपादान | इससे ( अलगाव ) | इनसे ( अलगाव ) |
सम्बन्ध | इसका/इसकी/इसके | इनका/इनकी/इनके |
अधिकरण | इसमें/इस पर | इनमें /इन पर |
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्त्ता | कोई/किसी ने | कोई/किन्हीं ने |
कर्म | किसी को | किन्हीं को |
करण | किसी से/किसी के द्वारा | किन्हीं से/किन्हीं के द्वारा |
सम्प्रदान | किसी को/किसी के द्वारा | किन्हीं को/किन्हीं के लिए |
अपादान | किसी से | किन्हीं से |
सम्बन्ध | किसका/किसके/किसकी | किन्हीं का/किन्हीं के/किन्हीं की |
अधिकरण | किसी में/किसी पर | किन्हीं में/किन्हीं पर |
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्त्ता | कौन/किसने | कौन/किन्होंने |
कर्म | किसे/किसको | किन्हें /किनको |
करण | किससे/किसके द्वारा | किनसे/किनके द्वारा |
सम्प्रदान | किसे/किसको/किसके लिए | किन्हें /किनको/किनके लिए |
अपादान | किससे ( अलगाव ) | किनसे ( अलगाव ) |
सम्बन्ध | किसका/किसकी/किसके | किनका/किनकी/किनके |
अधिकरण | किसमे/किस पर | किनमे/किन पर |
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्त्ता | जो/जिसने | जो/जिन्होंने |
कर्म | जिसे/जिसको | जिन्हें/जिनको |
करण | जिससे | जिनसे |
सम्प्रदान | जिसके लिए/जिसको | जिनके लिए/जिनको |
अपादान | जिससे ( अलगाव ) | जिनसे ( अलगाव ) |
सम्बन्ध | जिसका/जिसके/जिसकी | जिनका/जिनके/जिनकी |
अधिकरण | जिसमें/जिस पर | जिनमे/जिन पर |