Karta Karak : कर्ता कारक की परिभाषा उदहारण सहित – कर्ता कारक

Karta Karak in hindi

Karta Karak in Hindi – इस आर्टिकल में हम  कर्ता कारक किसे कहते हैं, के भेद/प्रकार और उनके प्रकारों को उदाहरण के माध्यम से पढ़ेंगे। इस टॉपिक से सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।  हम यहां पर Karta Karak के सभी भेदों/प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेके आए है। Hindi में Karta Karak से संबंधित बहुत सारे प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं और राज्य एवं केंद्र स्तरीय बोर्ड की सभी परीक्षाओं में यहां से questions पूछे जाते है। कर्ता कारक इन हिंदी के बारे में उदाहरणों सहित इस पोस्ट में सम्पूर्ण जानकारी दी गई है।  तो चलिए शुरू करते है –

कर्ता कारक किसे कहते हैं | Karta Karak Kise Kahate Hain

कर्ता कारक – कर्ता का अर्थ है — कार्य करने वाला। 
किसी वाक्य में क्रिया करने वाले को कर्त्ता कहते हैं। कर्ता कारक से क्रिया के करने वाले का बोध होता है। कर्ता कारक का विभक्ति चिन्ह  ‘ने’ होता है।
कर्ता की ‘ने‘ विभक्ति का प्रयोग अधिकतर पश्चिमी हिंदी में होता है। ‘ने‘ का प्रयोग सिर्फ हिंदी और उर्दू में किया जाता है।

कर्ता कारक की परिभाषा | Karta Karak Ki Paribhasha

परिभाषा – वाक्य में जिस शब्द द्वारा काम करने का बोध होता है, उसे कर्ता कारक कहते हैं। अर्थात जिस शब्द से काम करने वाले का बोध होता है उसे कर्ता कारक कहा जाता है। कर्ता कारक का विभक्ति चिन्ह  ‘ने’ होता है।

कर्ता कारक का चिन्ह

कर्ता कारक का चिन्ह – कर्ता कारक के लिए ‘ने’ चिन्ह का प्रयोग किया जाता है

Karta Karak Examples in hindi

✦ श्याम ने आज क्रिकेट खेला।
✦ राम ने रावण को मारा।
✦ मुकेश ने बीमार की सहायता की।
✦ रवि ने गाड़ी चलाई।
✦ सीता ने आम खाया।

कर्ता कारक के उदाहरण | Karta Karak Ke Udaharan

✦ राम ने खाना खाया।
इस वाक्य में खाना खाने का कार्य राम ने किया है। इसलिए ‘राम’ इस वाक्य में कर्ता है। राम के साथ कर्ता कारक की विभक्ति ‘ ने ‘ लगी है। 

कर्ता कारक के साथ अनेक बार विभक्ति चिन्ह ‘ने’ का प्रयोग नहीं होता; 
जैसे:- 
✦ सोहन सो गया। 
इस वाक्य में सोने का कार्य ‘ सोहन ‘ द्वारा हुआ है। इसलिए सोहन कर्ता है। इस वाक्य में कर्ता की विभक्ति नहीं लगी। 

अकर्मक क्रियाओं के साथ ‘ ने ‘ विभक्ति नहीं लगती। 
वर्तमानकाल और भविष्यत्काल में भी कर्ता के साथ ‘ ने ‘ विभक्ति नहीं लगती ; 

उदाहरण :-
✦ गीतांजली जा रही है। 
✦ अंकुर विद्यालय जाएगा। 
✦ राजू ने पुस्तक पढ़ीl
✦ रियाया पुस्तक पढ़ती है।
✦ मोहन गाना गा रहा है।

नोट-विभक्ति चिन्ह का प्रयोग कर्ता कारक के साथ केवल भूतकालक  क्रिया होने पर होता है।

कर्ता कारक के भेद

कर्ता कारक दो प्रकार का होता है –
परसर्ग सहित 
परसर्ग रहित

परसर्ग सहित 

जो वाक्य भूतकाल के लिए प्रयोग होते हैं तथा उन वाक्यों में ‘ने’ परसर्ग का प्रयोग होता है। उनको परसर्ग सहित कर्ता कारक कहा जाता है। 
भूतकाल की सकर्मक क्रिया में कर्ता के साथ ‘ने’ परसर्ग का प्रयोग किया जाता है।

उदाहरण
टीचर ने आज मुझे पीटा था।
पवन ने आज केला खाया था।

जो वाक्य वर्तमान और भविष्य काल के लिए प्रयोग होते हैं और उन वाक्य में ‘ने’ परसर्ग का प्रयोग नहीं होता है। उन वाक्यों को परसर्ग रहित कर्ता कारक कहा जाता है।
भूतकाल की अकर्मक क्रिया में परसर्ग का प्रयोग नहीं किया जाता है।

उदाहरण
रोहन किताब पढ़ रहा है।
हरीष खाना खाता है।

कर्ता कारक के 10 उदाहरण | Karta Karak Ke 10 Udaharan

✦ अंकुर ने पुस्तक पढ़ी।
✦ मोहन ने पत्र लिखा।
✦ राजू ने गाना गाया।
✦ भाई ने दरवाज़ा खोला।
✦ विकाश ने पुस्तक पढ़ी।
✦ आशीष खेलता है।
✦ पक्षी उङता है।

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