निर्देशक चिन्ह की परिभाषा और उदाहरण | Nirdeshak Chinh in hindi – हिंदी भाषा हमारी मातृभाषा है। हिंदी भाषा को लिखते हुए हम बहुत सारे चिन्हों का प्रयोग करते हैं जैसे:- पूर्ण विराम चिन्ह, निर्देशक विराम चिन्ह, अल्प विराम चिन्ह विराम आदि। इस लेख हम निर्देशक विराम चिन्ह किसे कहते है। निर्देशक विराम चिन्ह के प्रयोग एवं निर्देशक विराम के उदाहरण के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं। तो इस लेख की मदद से, आप आज इस विषय को बेहतर तरीके से जान पाएंगे। तो चलिए लेख शुरू करते हैं –
निर्देशक चिन्ह विराम किसे कहते है?
निर्देशक चिह्न ( – ) ( Dash ) की परिभाषा –
किसी के बोले हुए वाक्यों को लिखने के पूर्व कहना , बोलना , बताना आदि क्रियाओं के बाद तथा निर्देश देने वाले वाक्यों के बाद निर्देशक चिह्न ( – ) का प्रयोग किया जाता है ;
जैसे –
✦ विशाल– “ तमन्ना , तुम क्यों रो रही हो ? ”
✦ विशाल ने कहा– ” मैं आज विद्यालय नहीं जाऊँगा । ”
निर्देशक चिन्ह (Nirdeshak Chinh) का प्रयोग विषय, सम्बन्धी, प्रत्येक शीर्षक के आगे, उदाहरण के पश्चात, कथोपकथन के नाम के आगे किया जाता है । इसको रेखा चिन्ह (Rekha Chinh) के नाम से भी जाना जाता है ।
निर्देशन चिन्ह (―) – जिस संयोजन चिन्ह से या सामासिक चिन्ह भी कहते है, तथा कुछ लोगो के द्वारा इसे रेखा चिन्ह भी कहा जाता है । इसका प्रयोग निम्न प्रकार से दर्शाया जाता है –
✦ नाटकों के संवादों में –
जैसे:-
मनसा ― बेटी,यदि तू जानती।
मणिमाला―क्या ?
✦ जब परस्पर संबद्ध या समान कोटि की कई वस्तुओ का निर्देशन किया जाये –
जैसे:-
काल तीन प्रकार के होते है ― वर्तमान ,भूत,भविष्यत।
✦ जब कोई बात अचानक अधूरी छोड़ दी जाये –
जैसे:-
यदि आज पिताजी जीवित होते ― पर अब …………………।
विचार -शृंखला में परिवर्तन अथवा रूकावट प्रकट करने हेतु –
जैसे:-
और यह सब किसकी देन है ?― तुम्हीं सोचो।
उद्धरण के रूप में –
जैसे:-
“व्याकरण शब्दानुशासन है” ― किशोरीदास।
निर्देशक चिन्ह के उदाहरण | Nirdeshak Chinh Example
✦ सोहन बोला-मैं अभी आया।
✦ काल तीन प्रकार के होते है ― वर्तमान ,भूत,भविष्यत।
✦ विशाल– “ तमन्ना , तुम क्यों रो रही हो ? ”
✦ विशाल ने कहा– ” मैं आज विद्यालय नहीं जाऊँगा । ”